CM खट्टर के करनाल पहुंचने से पहले बवाल, पुलिस से भिड़े किसान, दागने पड़े आंसू गैस के गोले
इस महापंचायत में कार्यक्रम के आयोजन से पहले ही हज़ारों किसान कार्यक्रम का विरोध करने कार्यक्रम स्थल पर पहुँच गए। जिसको देखते हुए पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और ठन्डे पानी की बौछार की है।

हरियाणा के करनाल जिले के कैमला गाँव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की किसान महापंचायत से पहले किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए हैं। इस महापंचायत में कार्यक्रम के आयोजन से पहले ही हज़ारों किसान कार्यक्रम का विरोध करने कार्यक्रम स्थल पर पहुँच गए। जिसको देखते हुए पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और ठन्डे पानी की बौछार की है। इससे वहां की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस से झड़प होने के बाद किसान आसपास के खेतों में चले गए हैं।
पुलिस के द्वारा रोके जाने के बावजूद किसानों ने कार्यक्रम स्थल पर लगे मंच को भी तोड़ दिया है। इतना ही आस पास लगे बैनरों को भी फाड़ दिया गया है। किसान संगठनों के इस उग्र प्रदर्शन को देखते हुए कार्यक्रम स्थल पर मौजूद भीड़ भी भाग खड़ी हुई है। इतना ही नहीं कार्यक्रम स्थल से थोड़ी दूर पर जो हेलीपैड बनाया गया था किसानों ने उसे भी उखाड़ दिया है।
Karnal: Protesting farmers gather in Kaimla village where Haryana CM Manohar Lal Khattar will hold Kisan Mahapanchayat shortly.
Police use teargas to disperse protestors. pic.twitter.com/SxV5ivKKs9
— ANI (@ANI) January 10, 2021
हरियाणा में किसानों से संवाद करने के लिए बीजेपी की तरफ से करनाल में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था। किसान संगठन पहले से ही इस कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे। आज किसान काले झंडे लेकर कार्यक्रम स्थल की तरफ जाने लगे। किसान इस दौरान काले कानून वापस लो के नारे भी लगा रहे थे। इतना ही नहीं किसान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के हैलीपेड की तरफ भी जाने लगे। जिसको देखते हुए करनाल प्रशासन ने आनन फानन में हेलिपैड को शिफ्ट किया ।
किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन की तरफ से कड़े इंतजाम किये गए थे। कार्यक्रम स्थल की और जाने वाली सड़क जगह जगह पर बैरीकेडिंग लगायी गयी थी। साथ ही हरियाणा पुलिस के 1500 जवान भी तैनात किये गए थे । सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एडीजीपी रैंक के अधिकारी को भी तैनात किया गया था. लेकिन किसान सभी बैरिकेड को तोड़कर आगे बढ़ गए। इस दौरान पुलिस के साथ किसानों की जबरदस्त झड़प भी हुई। हालाँकि प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार कार्यक्रम स्थल पर करीब 2000 किसान मौजूद थे जिन्हें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर संबोधित करने वाले थे।
मनोहर लाल खट्टर के इस किसान महापंचायत कार्यक्रम को कांग्रेस ने ढोंग बताया है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा है कि मा. मनोहर लाल जी, करनाल के कैमला गाँव में किसान महापंचायत का ढोंग बंद कीजिए। अन्नदाताओं की संवेदनाओं एवं भावनाओं से खिलवाड़ करके क़ानून व्यवस्था बिगाड़ने की साज़िश बंद करिए। संवाद ही करना है तो पिछले 46 दिनों से सीमाओं पर धरना दे रहे अन्नदाता से कीजिए।
वहीँ कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने किसानों पर आसूं गैस के गोले दागे जाने को लेकर कहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी की किसान महापंचायत में किसानों को ही आने से रोका जा रहा है। महापंचायत में आप किसानों को कृषि क़ानूनों के फायदे समझाने वाले थे,तो किसानों को आने से क्यों रोका जा रहा है? किसान ही महापंचायत के विरोध में तो महापंचायत में कौन लोग शामिल होंगे?