गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को अहमदाबाद स्थित सोला सिविल हॉस्पिटल पहुंचे और वहां आयुष्मान भारत योजना के लाभांवितों से बातचीत की। हालांकि, शाह के वहां पहुंचने से कुछ मिनटों पहले तक अस्पताल स्टाफ और सरकारी कर्मचारी कुछ कुर्सियों पर नीले रिबन लगाते और उन पर कुछ चुने हुए लाभांवितों को बैठाते नजर आए। द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम गुजरात कॉन्फिडेंशियल की खबर के मुताबिक, पहले ऐसा लगा था कि गृह मंत्री और लाभांवितों के बीच बातचीत पूर्व नियोजित नहीं होगी। शायद तभी कुछ घंटों पहले ही इस कार्यक्रम का ऐलान हुआ था।
खबर के मुताबिक, आयोजन स्थल पर लगीं 80 से 90 कुर्सियों में से करीब 15 कुर्सियों पर ऐसे निशान लगाए गए। निशान लगी कुर्सियों पर जो लोग बैठ गए थे, अधिकारी उनको दूसरी कुर्सियों पर शिफ्ट होने के लिए कहते नजर आए। केंद्रीय मंत्री को उन्हीं लाभांवितों की लिस्ट सौंपी गई, जो लोग इन कुर्सियों पर बैठे थे। अपने अनुभव शेयर करने के लिए इन लोगों के नाम पुकारे गए। कुछ अन्य लाभांवितों के भी नाम पुकारे गए लेकिन वे अनुपस्थित थे। जो लोग इन निशान लगे कुर्सियों पर नहीं बैठे थे, उनके नाम नहीं पुकारे गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने अहमदाबाद में शनिवार को 800 करोड़ के इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखी। इनमें एक डेढ़ किमी लंबा फ्लाईओवर भी शामिल है, जो बनने के बाद शहर का सबसे लंबा फ्लाईओवर होगा। शाह ने एक मल्टी लेवल पार्किंग का भी उद्घाटन किया। वहीं, शाह के निर्वाचन क्षेत्र गांधीनगर के कलोल में आयोजित समाजिक अधिकारिता शिविर में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कपड़े के थैले वितरित किए गए। कार्यक्रम में दिव्यांगों को सहायता सामग्री भी वितरित की गई। केंद्रीय गृह मंत्री कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उनके साथ केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत भी थे जिनके मंत्रालय ने कार्यक्रम का आयोजन किया। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)

