Gorakhnath Temple Attack Case: गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पर हमला (Gorakhnath Temple Attack Case) करने के अभियुक्त अहमद मुर्तजा अब्बासी (Ahmad Murtaza Abbasi) को एनआईए कोर्ट (NIA Court) ने सोमवार (30 जनवरी,2023) को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। देश के खिलाफ जंग छेड़ने के आरोप में लखनऊ की स्पेशल कोर्ट ने ये सजा सुनाई। आतंकी मुर्तजा अब्बास को कड़ी सुरक्षा में लखनऊ में NIA/ATS की कोर्ट में लाया गया। इसने अप्रैल 2022 में गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया था। मुर्तजा पर UAPA के तहत केस दर्ज हुआ था और इसको आतंकी माना गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ इस मंदिर के मठाधीश हैं।
मुर्तजा (Murtaza) को सजा का ऐलान होने के बाद उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा, लगातार 60 दिन के रिकॉर्ड तक सुनवाई के बाद आज सजा का ऐलान हुआ है। इसमें धारा 121 IPC के तहत फांसी की सजा और 307 जो पुलिस पर हमला हुआ था, उसमें उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। ADG ने कहा, सभी सबूतों को कोर्ट के सामने अच्छे से पेश किया गया, अदालत ने सबूतों को सही माना है। ये दिखाता है कि पुलिस की जांच सही थी। देश के खिलाफ जो साजिश थी उसको यूपी पुलिस ने बेनकाब किया है।
‘आतंकी संगठन के समर्थकों को आर्थिक मदद करता था मुर्तजा’
आरोपी ने गोरखनाथ मंदिर में तैनात पीएसी जवानों पर हमला किया था। केमिकल इंजीनियर अहमद मुर्तजा अब्बासी को कुछ देर पीछा करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अहमद मुर्तजा अब्बासी से पूछताछ में आरोपी के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े होने का खुलासा हुआ था। यूपी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) के अनुसार, मुर्तजा अब्बासी ने आईएस के लिए लड़ने की शपथ ली थी और आतंकवादी संगठन के समर्थकों को आर्थिक मदद कर रहा था।
मुर्तजा ने आईआईटी-मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है
आतंकी अहमद मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर के सिविल लाइंस इलाके का रहने वाला है। मुर्तजा अब्बासी ने 2015 में आईआईटी-मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उसने दो प्रमख कंपनियों में काम भी किया।
मुर्तजा का पत्नी से हो चुका अलगाव
अब्बासी के परिवार के सदस्यों ने कहा कि वह 2017 में मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहा था। कई डॉक्टरों से उसका इलाज कराया गया। मानसिक स्थिति ठीक न रहने की वजह से पत्नी से उसके रिश्ते तनावपूर्ण रहने लगे थे। जिसके कारण उसका अपनी पत्नी से अलगाव हो गया था। मुर्तजा को अप्रैल 2022 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था।