भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भुटिया ने नागरिक संशोधन बिल के खिलाफ अब अपनी आवाज बुलंद की है। पूर्व भारतीय कप्तान ने इस बिल को ‘बहुत खतरनाक’ बताया है। 43 साल के बाइचुंग भुटिया वहीं खिलाड़ी हैं जिनकी कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तारीफ की थी। बाइचुंग भुटिया ने फुटबॉल ग्राउंड पर बेहतरीन प्रदर्शन कर भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों के दिलों में भी अपनी जगह बनाई है।
फुटबॉल ग्राउंड से दूर होने के बाद बाइचुंग भुटिया ने ‘हमारो सिक्किम पार्टी’ बनाई। यहां सबसे पहले आपको बता दें कि जिस नागरिकता संशोधन बिल का बाइचुंग भुटिया विरोध कर रहे हैं उसे केंद्रीय कैबिनेट ने बीते बुधवार (04-12-201) को हरी झंडी दी है। यह बिल उन सभी गैर मुस्लिम प्रवासियों जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे देशों में धार्मिक कट्टुता शिकार हो रहे हैं उन लोगों को भारतीय नागरिकता देने का समर्थन करता है।
इस बिल का विरोध करने वालों का मानना है कि धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं मिलनी चाहिए। अब बाइचुंग भुटिया ने भी इस बिल पर अपनी बात कही है। उन्होंने कहा कि ‘हमलोग बांग्लादेश से काफी करीब हैं और बंगाल तथा दूसरे नॉर्थईस्ट राज्यों के कई मुद्दे हैं। इसलिए इस बिल का प्रभाव आगे जाकर सिक्किम पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सिक्किम सरकार इस बिल का विरोध करेगी। यहां आपको बता दें कि सिक्किम में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा और बीजेपी गठबंधन की सरकार है। बाइचुंग भुटिया ने सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के बारे में कहा है कि वो भी नॉर्थईस्ट में भारतीय जनता पार्टी का विरोध करेगी।
बाइचुंग भुटिया ने कहा कि ‘हमारो सिक्किम पार्टी’ इस बात को लेकर सिक्किम सरकार पर दबाव बनाएगी। इतना ही नहीं अगर जरुरत पड़ी तो इस बारे में पार्टी केंद्रीय गृहमंत्रालय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यालय को खत भी लिखेगी। बाइचुंग भुटिया ने नागरिता संशोधन बिल पर अपना नजरिया रखते हुए कहा कि ‘सिक्किम में आर्टिकल 371 (F) है…और हमारा अपना संविधान है…यहां पर सिक्किम सब्जेक्ट एक्ट भी है। इसलिए मैं सोचता हूं कि जो गलती से बाहर हो गए हैं उन्हें और पहचान जरुर मिलनी चाहिए। एनआरसी की जगह Sikkim Subject identification होना चाहिए। आज चुनौती सिर्फ क्षेत्र के लिए नहीं बल्कि सिक्किम से बाहर रहने वाले लोगों के लिए भी है।’
