PM-CARES Fund पर संसद में उठे सवाल, FM बोलीं- अगर कांग्रेस पीएम राहत कोष पर नहीं दे सकती जवाब तो सवाल पूछने का अधिकार नहीं
कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने शनिवार को लोकसभा में पीएम केयर्स फंड के गठन का विरोध किया और आरोप लगाया कि इसमें पारदर्शिता की कमी है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह बिना पंजीकरण वाले ‘प्रधानमंत्री राहत कोष’ पर जवाब नहीं दे सकती तो फिर उसे ‘पीएम केयर्स’ कोष पर सवाल करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को ‘हिमाचल का ………’ कहे जाने को लेकर को भी पलटवार किया और कहा कि चौधरी को अपने शब्द को हटाने (रिकार्ड से हटाने) के लिये आसन से आग्रह करना चाहिए।
सीतारमण ने कहा कि कोविड संकट के कारण हमें अध्यादेश लाना पड़ा। कोविड के समय ‘‘टैक्स फाइलिंग’’ करना मुश्किल था। कानूनी आवश्यकता थी। जनता को तुरंत राहत देनी थी। ऐसे में यह अध्यादेश लाया गया। उन्होंने कहा कि अध्यादेश लाया गया ताकि कर जमा करने में देरी पर जुर्माना नहीं लगे क्योंकि पहले के अधिनियम में जुर्माने की व्यवस्था थी।
सीतारमण ने कहा कि राजस्व सेवा के अधिकारी जान खतरे में डालकर काम कर रहे हैं और किसी एक मामले को लेकर सभी के बारे में एक राय नहीं बनाई जा सकती। उन्होंने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि कर प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित हो। वित्त मंत्री ने कहा कि यह गलतफहमी है कि एशियन इंफ्रास्टक्चर डेवलपमेंट बैंक चीनी है। इसमें हमारी भी हिस्सेदारी है। इस गलतफहमी को निकालिए।
सीतारमण ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की ओर से अनुराग ठाकुर पर निशाना साधे जाने को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि अनुराग ठाकुर युवा दिख सकते हैं, लेकिन वह एक अनुभवी सांसद हैं। उन्होंने यहां तक आने के लिए बहुत मेहनत की है। वह सांसद हैं और मंत्री हैं, उन्हें यह ‘शब्द’ कहकर कमतर मत दिखाइए। उन्होंने कहा कि आपको (अधीर) अपने शब्द को हटाने (रिकार्ड से हटाने) के लिये आसन से आग्रह करना चाहिए।
दरअसल, शुक्रवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गांधी नेहरू परिवार को लेकर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर की एक टिप्पणी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा था कि ये (हिमाचल के ……) ने सदन का माहौल खराब कर दिया। शनिवार को कराधान और अन्य विधियां (कतिपय उपबंधों का संशोधन एवं छूट) अध्यादेश 2020 पर चर्चा के दौरान हस्तक्षेप करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि वे वीर हिमाचल से आते हैं जहां से कई वीरों को परवीर चक्र मिला है ।
PMNRF is an unregistered trust and till today you didn’t bother to ask for it to be registered: Smt @nsitharaman in her reply to the debate on the Taxation and Other Laws (Relaxation and Amendment of Certain Provisions) Bill, 2020 in Lok Sabha. pic.twitter.com/MbpECLOOud
— NSitharamanOffice (@nsitharamanoffc) September 19, 2020
उन्होंने चौधरी को संबोधित करते हुए कहा कि आप हमेशा ऐसी बातें करते रहते हैं और अब मैं आपसे माफी मांगने के लिये भी नहीं कहूंगा। इस पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनका यह आशय नहीं था और हमने कभी उनका अपमान नहीं करना चाहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 1964 में सदन में जवाहर लाल नेहरू की प्रशंसा की थी। ऐसे में नेहरू जी के बारे में अनुराग ठाकुर का इस तरह की बात करना नेहरू और वाजपेयी दोनों का अपमान है।
बहरहाल, वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस नेता को वित्त राज्य मंत्री के सवालों के जवाब देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्यों से कहना चाहती हूं कि पारदर्शिता अपने घर से शुरू करिए और अपनी परमार्थ संगठनों में पारदर्शिता लाइए। सीतारमण ने कहा कि पीएम केयर्स पंजीकृत है, लेकिन प्रधानमंत्री राहत कोष पंजीकृत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर आप अनुराग ठाकुर के सवालों के जवाब नहीं दे सकते तो आपको पीएम केयर्स को लेकर प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं है। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री राहत कोष और पीएम केयर्स कोष दोनों पर आरटीआई लागू नहीं होता, लेकिन आप सिर्फ पीएम केयर्स की बात करते हैं।
बता दें कि कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने शनिवार को लोकसभा में पीएम केयर्स फंड के गठन का विरोध किया और आरोप लगाया कि इसमें पारदर्शिता की कमी है। लोकसभा में कराधान और अन्य विधियां (कतिपय उपबंधों का संशोधन एवं छूट) विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि पीएम केयर्स फंड के गठन का क्या तर्क है जबकि पहले से ही प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष मौजूद है। विधेयक में कोविड-19 के मद्देनजर करदाताओं को कर अदायगी में राहत पहुंचाने, रिटर्न फाइल करने की समय सीमा को बढ़ाने, पीएक केयर्स फंड को दान देने पर कर रियायत की बात कही गई है।