उत्तराखंड के हरिद्वार में खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन आश्रम में हुए तीन दिवसीय धर्म संसद में हिन्दू महासभा की एक नेता द्वारा मुसलमानों के खिलाफ विवादित भाषण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बता दें कि इसका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें लोगों को भड़काते हुए शस्त्र उठाने से लेकर लोगों को मारने का आवाह्न किया जा रहा है।
कई पर एफआईआर: उत्तराखंड में भड़काऊ भाषण को लेकर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी सहित अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। गुरुवार की रात, उत्तराखंड पुलिस ने वसीम रिज़वी और “अन्य” के खिलाफ धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और सद्भाव के लिए हानिकारक कार्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
FIR में और नाम जोड़े जाएंगे: भड़काऊ बयान के मामले में हरिद्वार पुलिस ने कहा कि वे जांच शुरू होने के बाद एफआईआर में और नाम जोड़ेंगे। वहीं जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के सीएम से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
“हाथ में शस्त्र उठा लो”: बता दें कि इस महासभा का एक वीडियो वायरल हो रहा है कि जिसमें निरंजनी अखाड़ा महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा मां सभा को संबोधित करते कह रही हैं कि हम सब मिलकर इनके 20 लाख मार देंगे तो विजयी कहलाएंगे। कॉपी किताब रखो और हाथ में शस्त्र उठा लो।
वहीं उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा, “हरिद्वार धर्म संसद में जो कुछ भी हुआ वह गलत था। पुलिस इसमें शामिल और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगी।
बता दें कि विवादित बयान का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया से लेकर तमाम दिग्गज इसपर अपना विरोध जता रहे हैं। ऐसे में पूर्व सशस्त्र बलों के प्रमुखों सहित दिग्गजों ने भारत के मुसलमानों की हत्या के आह्वान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सरकार से कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
हरिद्वार के कार्यक्रम के बारे में ट्वीट करते हुए एडमिरल अरुण प्रकाश ने लिखा, “इसे क्यों नहीं रोका जा रहा है? हमारे जवान दो मोर्चों पर दुश्मनों का सामना कर रहे हैं, क्या हम सांप्रदायिक रक्तपात, घरेलू उथल-पुथल और अंतरराष्ट्रीय कलंक चाहते हैं? क्या यह समझना मुश्किल है कि राष्ट्रीय एकता और एकता को नुकसान पहुंचाने वाली कोई भी चीज भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालती है?”
दिग्विजय सिंह का भाजपा संघ पर निशाना: कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले में कई ट्वीट किये। उन्होंने लिखा, “नफ़रत फैला कर हिंदुओं में डर पैदा कर भाजपा राजनीतिक रोटियों सेकती है। उनका नारा था “सब का साथ सब का विकास और सब का विश्वास।” दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि अब ना सब का साथ मिला ना सब का विकास हुआ ना सब का विश्वास मिला। तो बेचारे भाजपासंघ क्या करें?
उन्होंने लिखा कि लोगों में महंगाई के कारण बेरोज़गारी के कारण नाराज़गी है तो उनके पास धर्म के नाम से नफरत फैला कर हिंदुओं में डर पैदा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा, ठलोग कहते हैं महंगाई बहुत बढ़ गई, भाजपा संघ कहते हैं “जय श्री राम”, लोग कहते हैं बेरोज़गारी बहुत बढ़ गई, भाजपा संघ कहते हैं “जय श्री राम”, कोई भी अपनी परेशानी कहता है तो भाजपासंघ कहते हैं “जय श्री राम”।