देश के कई हिस्सों में बारिश होने के कारण मौसम विभाग ने गुरुवार को किसानों को पंजाब और हरियाणा में सरसों की फसल की कटाई टालने की सलाह दी है। दूसरी तरफ मध्य महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में किसानों को गेहूं और दालों की फसलों की कटाई न करने को कहा गया है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत प्रदान की, लेकिन किसानों को अपनी फसलों की रक्षा के लिए हाथ-पांव मारने के लिए मजबूर कर दिया। इसके अलावा पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बर्फबारी भी हुई है।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा, ‘‘पंजाब और हरियाणा में बारिश बंद होने तक सरसों की कटाई रोक दें। यदि फसल पहले ही काटी जा चुकी है, तो नुकसान से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर उसका भंडारण करें। इसके अलावा गेहूं की फसलों की सिंचाई भी रोक दें।’’ मौसम विभाग कार्यालय ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सेब, नाशपाती, बेर और आड़ू के बागों के साथ-साथ मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में फलों के बागानों की सुरक्षा के लिए ‘ओला जाल’ के उपयोग की सलाह दी है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बादल छाए रहने व हल्की बारिश के आसार
राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में गुरुवार से अगले पांच-छह दिनों तक आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने के आसार हैं, जिससे अधिकतम तापमान नियंत्रित रहेगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि हिमालयी क्षेत्र के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिससे उत्तर-पश्चिम भारत में अगले कुछ दिनों तक हल्की बारिश होने की संभावना है। अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली में अगले पांच से छह दिनों तक हल्की बारिश होने का अनुमान है और अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में बुधवार को अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से पांच डिग्री ज्यादा और इस वर्ष का अब तक का सबसे अधिक तापमान है। मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।