कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस का संग्राम, LG भवन घेरने बढ़े राहुल-प्रियंका; UP चीफ हिरासत में
इससे थोड़ी देर पहले, यूपी की राजधानी लखनऊ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध करने जा रहे थे, पर उन्हें इससे पहले ही हिरासत में ले लिया गया।

कृषि कानूनों पर केंद्र व किसानों में नौवें दौर की बात के बीच शुक्रवार को कांग्रेस ने देश के कई हिस्सों में किसान अधिकारी रैली निकाली। नई दिल्ली में पूर्व कांग्रेस चीफ राहुल गांधी के साथ बहन प्रियंका भी शामिल हुईं। दोनों ने ट्रक पर सवार होकर राज भवन मार्च में हिस्सा लिया। रैली के दौरान राहुल और प्रियंका उन सांसदों (पंजाब के) से भी मिले जो जंतर-मंतर पर बैठकर तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे।
समाचार एजेंसी PTI-Bhasha के मुताबिक, राहुल ने दिल्ली राज भवन के बाहर प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा कि कृषि कानून किसानों की मदद करने के लिए नहीं, बल्कि उनको खत्म करने के लिए हैं। भाजपा सरकार को कृषि कानून वापस लेने ही होंगे। कानूनों को रद्द किए जाने तक कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।
बकौल राहुल, “देश की आजादी अंबानी-अडाणी ने नहीं, किसान ने अपने खून से दी है। जिस दिन खाद्य सुरक्षा चली जाएगी, उस दिन देश की आजादी चली जाएगी। हिंदुस्तान की सरकार को ये बात नहीं समझ आ रही है, पर किसान अब यह बात समझ गए हैं।”
राहुल के अनुसार, ये तीनों कानून किसानों के खात्मे के लिए लाए गए हैं। अगर हमने इन्हें न रोका, तब ये अन्य क्षेत्रों में भी होगा। नरेंद्र मोदी किसानों का सम्मान नहीं करते। अन्नदाता न तो किसी को काम करने से रोकेंगे और न ही डरेंगे।
Shri @RahulGandhi & Smt. @priyankagandhi join Delhi Congress workers on their march to LG’s house as part of the Kisan Adhikar Divas. #SpeakUpForKisanAdhikar pic.twitter.com/d5kGxol5i0
— Congress (@INCIndia) January 15, 2021
इससे थोड़ी देर पहले, यूपी की राजधानी लखनऊ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध करने जा रहे थे, पर उन्हें इससे पहले ही हिरासत में ले लिया गया।
लल्लू के साथ पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी के ‘किसान अधिकार कार्यक्रम’ के तहत प्रदेश अध्यक्ष लल्लू शुक्रवार दोपहर बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन का घेराव करने जा रहे थे तभी डॉलीबाग के पास से पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। राजभवन की ओर जुलूस के रूप में जा रहे पार्टी कार्यकर्ता ‘जय जवान जय किसान’ का नारा लगा रहे थे।
लल्लू ने ट्वीट किया, “कदम-कदम पर लड़े हैं तुमसे। कदम-कदम पर लड़ेंगे तुमसे। इस दमन से हम डरने वाले नहीं हैं। किसानों के हक़-अधिकार की लड़ाई अंतिम सांस तक लड़ेंगे। खेती-किसानी को हम लूटने नहीं देंगे, मोदी सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे। जय किसान, जय कांग्रेस।”
भाजपा सरकार हमें आंदोलन से, राजभवन मार्च से रोक रही है। बीते रात से ही मेरे घर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
भाजपा सरकार समझ ले यह किसानों का देश है, पूंजीपतियों की जागीर नहीं।
खेती – किसानी पर डकैती नहीं सहेंगे। सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे। pic.twitter.com/NxNAfi0udg
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) January 15, 2021
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया जाना निंदनीय व शर्मनाक कृत्य है। आदित्यनाथ सरकार अगर सोचती है कि वो हिरासत में लेकर किसानों की आवाज का दमन कर लेगी तो ये उसकी गलत सोच है।
अन्नदाता की आवाज तानाशाह शासक कभी रोक नहीं पाये हैं।#SpeakUpForKisanAdhikar pic.twitter.com/FK42xwmLAp
— Congress (@INCIndia) January 15, 2021
इसी बीच, बेंगलुरू में भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। बता दें कि कांग्रेस का आज हर राज्य में राजभवन घेराव का कार्यक्रम है, जिसमें वह केंद्र के लाए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद करेगी।
केंद्र-किसानों में 9वें दौर की बातः तीन नए कृषि कानूनों पर किसानों और केंद्र सरकार के बीच एक महीने से अधिक समय से गतिरोध फिलहाल जारी है। शुक्रवार को इसे दूर करने के लिए प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच नौंवे दौर की वार्ता शुक्रवार हुई। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेलवे, वाणिज्य एवं खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री तथा पंजाब से सांसद सोम प्रकाश करीब 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ विज्ञान भवन में वार्ता हुई।