जो फाइनैंसर, स्पॉन्सर और स्क्रिप्ट राइटर कहेंगे, वही किसान कहेंगे- बोले अर्थशास्त्री; पैनलिस्ट का जवाब- फर्जी विशेषज्ञ बन बैठते हो, शर्म करो…
केंद्र के साथ हुई बैठक में पूर्व में किसानों द्वारा 'यस और नो' की तख्तियां लेकर जाने के मुद्दे पर सरदाना बोले- ये 40 किसान नेताओं की मजबूरी है। ये अपनी ओर से कुछ नहीं कह सकते, क्योंकि इतना चंदा आ गया है...ये उसके खिलाफ बोल नहीं सकते।

कृषि कानूनों के मसले पर शुक्रवार को एक टीवी डिबेट में कृषि अर्थशास्त्री विजय सरदाना और SP प्रवक्ता राजकुमार भाटी के बीच जमकर बहस हुई। अर्थशास्त्री ने इस दौरान यह तक कह दिया कि किसानों को इतना चंदा मिल गया है कि जो कुछ फाइनैंसर, स्पॉन्सर और स्क्रिप्ट राइटर कहेंगे, ठीक वही किसान करेंगे। हालांकि, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली Samajwadi Party के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने इस पर उन्हें करारा जवाब दिया। कहा- आप फर्जी विशेषज्ञ बनकर शो में बैठ जाते हैं, कुछ तो शर्म करिए।
यह मामला हिंदी न्यूज चैनल News 18 India से जुड़ा है। ‘आर-पार’ नाम के डिबेट शो में एंकर अमिश देवगन के साथ कुछ और मेहमान भी थे। पैनल में सरदाना और भाटी भी थे। सरदाना ने एक लाइन पढ़ी और पूछा कि यह किस कानून का हिस्सा…? आपको याद नहीं होगा। यह पंजाब का कॉन्ट्रैक्ट ऐक्ट का सेक्शन 26 पढ़ रहा था। आज का भी जो कॉन्ट्रैक्ट ऐक्ट है, वह कहता है कि कोर्ट दखलअंदाजी नहीं करेगा। आपने पिछले सात साल में जिस कानून में काम किया, उसमें नहीं दिखा? केंद्र के में दिख गया पर अपने राज्य में नहीं नजर आया? यही है दोगली राजनीति कि अपना स्वार्थ कहीं और व देश का स्वार्थ कहीं और।”
केंद्र के साथ हुई बैठक में पूर्व में किसानों द्वारा ‘यस और नो’ की तख्तियां लेकर जाने के मुद्दे पर सरदाना बोले- ये 40 किसान नेताओं की मजबूरी है। ये अपनी ओर से कुछ नहीं कह सकते, क्योंकि इतना चंदा आ गया है…ये उसके खिलाफ बोल नहीं सकते। ये जो फाइनैंसर, स्पॉन्सर और स्क्रिप्ट राइटर तय करेंगे, ये वही बोलेंगे। आप किसान नेता से पूछेंगे, तो वह क्या बोलता है कि कमेटी तय करेगी।
हालांकि, इस दौरान भाटी लगातार उन पर पलटवार करते नजर आए। दो टूक बोले- शर्म करो…देश के किसानों को बहुत बदनाम कर लिया। फर्जी विशेषज्ञ बनकर बैठ जाते हो, थोड़ी शर्म करो। देखें, आरोप-प्रत्यारोप के दौरान कैसा था पैनलिस्टों का रिएक्शनः
#आर_पार
जो फायनेंसर, स्पॉन्सर और स्क्रिप्ट राइटर कहेंगे सिर्फ़ वही बोलना किसान नेताओं की मजबूरी: विजय सरदाना( कृषि अर्थशास्त्री) #FarmersProstest @AMISHDEVGAN @vijaysardana pic.twitter.com/3HvaEtAb5s— News18 India (@News18India) February 5, 2021