दिल्लीः ट्रैक्टर परेड के बीच 1 किसान की मौत, DP का जवान भी बेहोश
इतना ही नहीं, दिल्ली के नांगलोई इलाके में भी प्रदर्शनकारी किसानों ने उपद्रव काटा, जिसे काबू करने के लिए पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले इस्तेमाल किए। वहीं, गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ पर रखे हुए कंटेनरों को हटाया।

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन पर अड़े किसानों की ट्रैक्टर परेड में मंगलवार को एक किसान की मौत हो गई। जिस प्रदर्शनकारी की जान गई है, उसका नाम नवनीत बताया जा रहा है। वह उत्तराखंड का निवासी था। हालांकि, मौत कैसे हुई? फिलहाल इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है।
इसी बीच, दिलशाद गार्डन इलाके में एक पुलिस कर्मचारी ड्यूटी के दौरान बेहोश हो गया। वह ‘किसान गणतंत्र परेड’ के मद्देनजर वहां तैनात किया गया था। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, मौके पर दूसरे साथी पुलिस वालों ने उसे पानी पिलाया और संभाला। बाद में उसे नजदीक के एक अस्पताल ले जाया गया।
दरअसल, मोदी सरकार के लाए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों ने गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड का आह्वान किया था। यह ट्रैक्टर मार्च मुख्य परेड (राजपथ वाली) के बाद दोपहर 12 बजे शुरू होनी थी, पर किसान सिंघु समेत कई बॉर्डर्स पर उग्र होते हुए दिल्ली में दाखिल हो गए थे। पुलिस के मना करने के बाद भी वे कंटेनर्स और बैरिकेड्स लांघ कर आगे आ गए।
बाद में ये तय रूट से अलग मार्च करते हुए आईटीओ जा पहुंचे। वहां कुछ किसानों ने खूब उत्पाद मचाया। डीटीसी बस में तोड़फोड़ की। एक किसान तो ट्रैक्टर लेकर पुलिस को खदेड़ने की कोशिश करने लगे। कुछ पुलिस वालों ने दावा किया कि किसानों ने ट्रैक्टर के जरिए उन्हें रौंदने की कोशिश की। हालांकि कुछ देर बाद पुलिस ने टियर गैस के गोले दागे, तब वे तितर-बितर हुए।
Farmers’ Tractor Rally Live Updates
उधर, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता के राकेश टिकैत ने कहा, “हमारे सब लोग शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे हैं। जो लोग गड़बड़ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं वो चिन्हित हैं। वो राजनीतिक दल के लोग हैं और इस आंदोलन को खराब करना चाहते हैं।”