‘2 किलोमीटर दूर चीन छोड़कर 1769 KM दूर भारत क्यों आने चाहते हैं रोहिंग्या?’ पूर्व बीजेपी सांसद ने पूछा तो लोग उठाने लगे ज्ञान पर सवाल
बहरहाल आपको बता दें कि देश में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर विवाद पिछले काफी दिनों से चल रहा है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद ने रोहिंग्या को लेकर सोशल मीडिया पर सावल पूछा तो लोगों ने उनकी क्लास लगा दी। दरअसल पूर्व भाजपा सांसद और एक्टर परेश रावल ने रोहिंग्या को लेकर एक ट्वीट किया उन्होंने ट्वीट में लिखा कि –
‘…म्यनमार से भारत – 1769 किलोमीटर
…म्यनमार से चीन – 2 किलोमीटर
लेकिन,
रोहिंग्या भारत क्यों आना चाहते हैं? और चीन क्यों नहीं?…क्योंकि भारत की तरह धर्मनिरपेक्ष, बुद्धिजीवी, और देश प्रेमी चीन में नहीं हैं जो जो रोहिंग्या रिफ्यूजी को सपोर्ट करते हैं।’
परेश रावल के इस ट्वीट के बाद अब यूजर्स उनके ज्ञान पर चुटकी लेने लगे हैं। डॉक्टर उज्मा रज़्वी नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘येल विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट हैं…या फिर वो भूगोलशास्त्र में मोदी जी के क्लासमेट होंगे।’ बंटी त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘म्यनमार से चीन की दूरी 2174 किलोमीटर है और सड़क से यह दूरी 4154 किलोमीटर हो जाती है। व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी के पढ़े लोगों के मैसेज शेयर करोगे तो ऐसे ही बेइज्जती होगी।’ सिम्मी आहूजा नाम की एक यूजर ने पूर्व सांसद को फैक्ट्स चेक करने की नसीहत दी है। एक यूजर ने लिखा कि ‘ऐसा लगता है कि ‘वो अरुणाचल प्रदेश और भारत के अन्य नॉर्थईस्ट के राज्यों को इसमें जोड़ना भूल गए।’ एक यूजर ने एक्टर पर निशाना साधते हुए लिखा कि ‘बाबू भईया…व्हाट्सऐप कम इस्तेमाल करो…बेवकूफी का और कितना सबूत दोगे’
बहरहाल आपको बता दें कि देश में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर विवाद पिछले काफी दिनों से चल रहा है। भारत सरकार ने रोहिंग्या को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए बाहर भेजने की दलील दी है। हालांकि रोहिंग्या लोगों ने उन्हें वापस ना भेजे जाने की मांग की है। संयुक्त राष्ट्र रोहिंग्या मुसलमानों को दुनिया का सबसे प्रताड़ित जातीय समूह मानता है।
रोहिंग्या की ज्यादातर आबादी सुन्नी मुसलमानों की है। रोहिंग्या का नाम देश में भले ही कुछ सालों से चर्चा में हो, लेकिन पड़ोसी देश म्यांमा और बांग्लादेश में ये नया नहीं है।