खनन घोटाले में फंसे ममता बनर्जी के भतीजे, ईडी ने कोर्ट को बताया, अभिषेक की पत्नी और साली को मिली मोटी रकम
ईडी ने विशेष अदालत को बताया कि बनर्जी की पत्नी रुजुरा और उसकी बहन को लंदन और थाईलैंड में घोटाले के मुख्य आरोपी ने बड़ी रकम दी थी। एजेंसी ने यह दावा गिरफ्तार किए गए आरोपी अशोक कुमार मिश्रा की हिरासत की मांग करते हुए कोर्ट से किया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को एक विशेष अदालत को बताया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा और उसकी बहन ने पश्चिम बंगाल अवैध कोयला खनन मामले के मुख्य आरोपी से मोटी रकम ली है। ईडी ने एक दावा गिरफ्तार किए गए आरोपी अशोक कुमार मिश्रा की हिरासत की मांग करते हुए किया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे पर बड़ा आरोप लगते हुए ईडी ने विशेष अदालत को बताया कि बनर्जी की पत्नी रुजुरा और उसकी बहन को घोटाले के मुख्य आरोपी ने लंदन और थाईलैंड में बड़ी रकम ट्रान्सफर की है। एजेंसी ने यह दावा अशोक कुमार मिश्रा की हिरासत की मांग करते हुए किया। अशोक कुमार मिश्रा बंगाल के पुरुलिया जिले के बांकुरा पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक हैं। वे अनूप मजी उर्फ लाला के बेहद करीबी माने जाते हैं।
ईडी ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान अशोक मिश्रा ने एजेंसी को बताया कि यह लेन-देन टीएमसी के युवा नेता विनय मिश्रा के इशारे पर किया गया था और धन की निकासी का काम मजी ने किया था। ED ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान अशोक मिश्रा ने एजेंसी को बताया कि यह लेनदेन राजनीतिक दबाव में किया गया था।
ईडी ने अपने सबमिशन में कहा “मिश्रा ने स्वीकार किया कि उन्होंने विनय मिश्रा के कहने पर दिल्ली में लगभग 1 से 1.5 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने की व्यवस्था की। राशि की व्यवस्था अनूप मजी के एकाउंटेंट नीरज सिंह के माध्यम से की गई थी।” सबमिशन में कहा गया है कि अशोक मिश्रा ने बताया कि विनय मिश्रा टीएमसी के सचिव थे और सांसद अभिषेक बनर्जी के बहुत करीबी थे। राजनीतिक दबाव और पार्टी में उनके रसूख को देखते हुए उन्हें विनय की बात मनानी पड़ी और यह काम करना पड़ा।
मिश्रा ने बताया कि अगर वे ऐसा नहीं करते तो उनका करियर खत्म हो जाता। उन्होंने अभिषेक बनर्जी के करीबी रिश्तेदार के लिए भारत से लंदन गैर-बैंकिंग चैनल के माध्यम से पैसा ट्रान्सफर किया। थाईलैंड ट्रान्सफर किए गए पैसे रुजिरा बनर्जी से संबंधित थे।
ईडी द्वारा जब्त किए गए नीरज सिंह के रिकॉर्ड और अन्य डिजिटल सबूतों से दावा किया गया है कि अशोक मिश्रा को 2020 में केवल 109 दिनों में अवैध कोयला खनन के माध्यम से अपराध की आय के रूप में 168 करोड़ रुपये मिले। रिकॉर्ड्स से यह भी पता चलता है कि पिछले दो वर्षों में मजी ने अवैध कोयला खनन के माध्यम से 1,352 करोड़ रुपये बनाए हैं।