बिहार के राजगीर जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के भर्ती प्रशिक्षण केंद्र में ज्यादा गर्म पानी पीने से अपना मुंह जलने पर एक पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) ने पानी देने वाले जवान के चेहरे पर कथित तौर पर गर्म पानी फेंक दिया। अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। बल की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उपमहानिरीक्षक डी के त्रिपाठी संस्था में अधिकारी मेस में रुके हुए थे। उन्होंने यहां ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल अमोल खरात से पीने के लिए गर्म पानी मांगा।

इसके बाद कांस्टेबल ने एक थर्मस में उन्हें गर्म पानी दिया जिसे पीकर कथित तौर पर उनका मुंह जल गया। इस पर उन्होंने खरात को बुलाया। उनके बीच बहस हुई और इसके बाद उपमहानिरीक्षक ने कांस्टेबल के चेहरे और कपड़ों पर गर्म पानी ‘फेंक’ दिया। अधिकारी बिहार में मकोमाघाट के सीआरपीएफ समूह केंद्र में तैनात है। जब त्रिपाठी से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि जांच चल रही है और उनके लिए यह ठीक नहीं है कि वह चल रही ‘एक तरफा कहानी’ पर टिप्पणी करें।

अधिकारियों ने बताया कि बल के महानिरीक्षक रैंक स्तर के अधिकारी से इस मामले की जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पहली नजर में यह ‘दुर्घटना’ का मामला लगता है और जब दोनों के बीच बहस चल रही थी तो गर्म पानी गिर गया। अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट 10 जनवरी तक आने की संभावना है, जिसके बाद ही इसके बारे में सटीक जानकारी मिल पाएगी।

भूतपूर्व अर्धसैनिकों के एक संगठन ने कहा कि जवान पर ‘‘यह बयान देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है कि जलने के निशान थर्मस से गर्म पानी गिरने की वजह से आए।’’ संगठन ने कहा, ‘‘ जवान को परिवार के सदस्यों और सहर्किमयों से बात करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। उसका फोन वरिष्ठ अधिकारियों ने छीन लिया है।’’