पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी लंदन में गिफ्तार हो चुका है। उसकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। उसे फिलहाल कुछ वक्त जेल में ही बिताना होगा। यह दिलचस्प संयोग ही है कि बैंकों को अरबों रुपये का चूना लगाने वाले नीरव मोदी को एक बैंक कर्मचारी की होशियारी की वजह से ही पकड़ा जा सका। नीरव मोदी लंदन स्थित मेट्रो बैंक में खाता खुलवाने गया था।

बैंक में काम करने वाले एक टेलर ने ही पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, सजग बैंक कर्मचारी ने तुरंत नीरव मोदी को पहचान लिया और स्कॉटलैंड यार्ड को सूचना दी। नीरव के वकीलों के लिए यह गिरफ्तारी किसी हैरानी से कम नहीं थी क्योंकि उन्होंने नीरव को 25 मार्च को एक पुलिस थाने में सरेंडर कराने की योजना बनाई थी। कोर्ट में पेश किए जाने के बाद जज ने 29 मार्च तक मोदी को कस्टडी में भेज दिया।

अब नीरव की पेशी उसी जज के सामने होगी, जिन्होंने कारोबारी विजय माल्या का भी ट्रायल देखा था। गिरफ्तारी से पहले नीरव वेस्ट ऐंड के एक पॉश अपार्टमेंट में रह रहा था। हालांकि, अब उसे जिस जेल में भेजा गया है, उसे इंग्लैंड की सबसे भीड़भाड़ वाली जेल के तौर पर जाना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी जेल में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का एक गुर्गा भी बंद है।