कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को दिल्ली पुलिस ने एक नोटिस भेजा है। यह नोटिस उन पीड़ितों के बारे में जानकारी देने के लिए जारी किया गया है जिनका ज़िक्र राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान किया था। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर में कहा था कि वे पीड़िता उनसे यौन उत्पीड़न के मामले में सुरक्षा की उम्मीद लिए मिली थीं। राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान महिला उत्पीड़न को लेकर कई और भी बयान दिए थे।
राहुल गांधी ने क्या बयान दिया था?
इन बयानों को लेकर दिल्ली पुलिस ने अब कुछ सवालों की शक्ल में राहुल गांधी को एक नोटिस भेजा है और जवाब मांगा है। कांग्रेस सांसद ने जम्मू कश्मीर में एक बयान देते हुए कहा था “मेरी मुलाक़ात एक बलात्कार पीड़िता से हुई थी, उस वक्त मैंने लड़की से पूछा था कि क्या हमें पुलिस को फोन करना चाहिए तो उसने फोन करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि इससे उसको शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा”
अब दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी से जवाब तलब किया है कि वह इन पीड़ित महिलाओं की जानकारी साझा करें, हालांकि इस मामले में अभी तक कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
कांग्रेस ने कहा ‘बोखला गई है सरकार’
कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस के इस नोटिस को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि इस नोटिस का कानून के अनुसार उचित समय पर जवाब देंगे। यह नोटिस इस बात का सबूत है कि सरकार घबराई हुई है। यह नोटिस लोकतंत्र, महिला सशक्तिकरण, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और विपक्ष की भूमिका को कमजोर करने का नवीनतम प्रयास भी है। राहुल गांधी के आवास के निकट पुलिसकर्मियों की मौजूदगी वाली तस्वीरें साझा करते हुए कांग्रेस ने दावा किया, ‘तस्वीरें गवाह हैं कि तानाशाह डरा हुआ है।’
मुख्य विपक्षी दल ने आरोप लगाया, ‘अडाणी के साथ प्रधानमंत्री मोदी के रिश्ते पर राहुल गांधी के सवालों से बौखलाई सरकार पुलिस के पीछे छिप रही है। ‘
कांग्रेस ने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा के 45 दिन बाद राहुल गांधी जी को दिल्ली पुलिस ने नोटिस दिया है, जिसमें उन महिलाओं की जानकारी मांगी गई है जो उनसे मिलीं और खुद के उत्पीड़न के बारे में बात की।’