दिल्ली में साल 2020 में विधानसभा चुनाव होने हैं, जहां अन्य राजनैतिक पार्टियां इन चुनावों की तैयारी में जुटी हैं। वहीं दिल्ली कांग्रेस में जारी अन्तर्कलह खुलकर सामने आ गई है। दरअसल दिल्ली की पूर्व सीएम और दिवंगत कांग्रेस नेता शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको को अपनी मां की मौत का जिम्मेदार ठहरा दिया है! इतना ही नहीं संदीप दीक्षित ने पीसी चाको को कानूनी नोटिस भी भेज दिया है। संदीप दीक्षित का कहना है कि पीसी चाको द्वारा पैदा की गई राजनैतिक परिस्थितियों के चलते उनकी मां तनाव में आयीं और इसी तनाव के चलते उनका निधन हुआ!
संदीप दीक्षित ने पीसी चाको को भेजे नोटिस में कानूनी कार्रवाई करने की बात भी लिखी है। संदीप दीक्षित ने पीसी चाको को बुधवार को कानूनी नोटिस भेजा है। वहीं पीसी चाको का इस नोटिस पर कहना है कि ‘अभी वो नहीं बता सकते कि नोटिस में क्या है?’
क्या है मामलाः मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लोकसभा चुनावों में हार के बाद समीक्षा के लिए दिल्ली में एक कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई करते हुए तत्कालीन दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने दिल्ली की सभी जिला और ब्लॉक कमिटियों को भंग कर दिया था। बताया जा रहा है कि पीसी चाको ने शीला दीक्षित के इस फैसले पर रोक लगा दी थी और पुरानी कमिटियों को बहाल रखा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके बाद शीला दीक्षित और पीसी चाको के बीच मतभेद पैदा हो गए। गौरतलब है कि जिस दौरान यह सब हुआ, उस समय शीला दीक्षित की तबीयत खराब चल रही थी और वह अस्पताल में भर्ती थीं। अस्पताल से लौटने के कुछ दिन बाद ही शीला दीक्षित का निधन हो गया था। अब संदीप दीक्षित ने पीसी चाको द्वारा दिए गए मानसिक तनाव को अपनी मां की मौत का कारण बताते हुए पीसी चाको को नोटिस भेजा है।
संदीप दीक्षित का कहना है कि यह उनका निजी पत्र है और इस पत्र से कांग्रेस और दिल्ली की राजनीति का कुछ लेना-देना नहीं है। संदीप दीक्षित ने पीसी चाको से माफी की मांग की है। बता दें कि इसी साल 20 जुलाई को दिल्ली की 15 साल सीएम रहीं शीला दीक्षित का निधन हो गया था। शीला दीक्षित के निधन के बाद से ही दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष का पद खाली चल रहा है। ऐसी खबरें हैं कि कांग्रेस जल्द ही दिल्ली में नए पार्टी अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है।