Cyclone Titli News Updates: बारिश से ओडिशा में 16 ट्रेनें रद्द, 9 का रूट डायवर्ट
Cyclone Titli News Update, Odisha Cyclone Titli, Odisha Weather Forecast Today News, Cyclone Titli in Odisha Today News: चक्रवात अब उत्तरी पूर्व दिशा में बढ़ रहा है। मौसम और रेल यातायात प्रभावित होने के कारण विशाखापत्तनम, पुरी और बालासोर रेलवे स्टेशंस पर हजारों यात्री फंसे हैं।

Odisha Cyclone Titli News Update: तितली तूफान से होने वाली बारिश की वजह से पूर्व तटीय रेलवे को 16 ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं, जबकि 11 रेल गाड़ियों के टाइम-टेबल में फेरबदल किया गया है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इन ट्रेनों के अलावा तीन अन्य ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गई हैं। वहीं, नौ ट्रेनों का रूट डायवर्ट कराया गया है। बेहरामपुर-पलासा सेक्शन पर गुरुवार रात से पानी भरा है। खबर अपडेट किए जाने तक, वहां बारिश हो रही थी। अधिकारी के हवाले से आगे रिपोर्ट में कहा गया कि इच्चापुरम और झाडपुडी के बीच पड़ने वाले पुल पर जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया था।
दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कई हिस्सों में तबाही मचाने वाला तितली तूफान अब कमजोर पड़ रहा है। जानकारों का कहना है कि यह अब यह उत्तर पूर्वी दिशा में बढ़ेगा। पर इसका मतलब यह नहीं है कि खतरा टल गया है। वहीं, लूबन नाम का एक अन्य तूफान धीरे-धीरे तीव्र गति पकड़ रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह तूफान यमन तट के आसपास सक्रिय हो रहा है।
ओडिशा में आए तितली तूफान के कारण हुई बारिश से प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। स्पेशल रिलीफ कमिश्नर (एसआरसी) बीपी सेठी ने पीटीआई को बताया कि तेज बारिश की वजह से रुशिकुल्या, वाम्सधरा और जल्का नदियों का जल स्तर में काफी इजाफा हुआ है। उनके मुताबिक, गंजाम जिले में चिकिती, धारकोटे, पतरापुर और सनाखेमुंडी ब्लॉक्स से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
Highlights
रविवार (14 अक्टूबर) को असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और केरल में भारी वर्षा के आसार हैं। यहां 105-115 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं 130 किमी प्रति घंटा की गति पकड़ सकती हैं। ऑल इंडिया रेडियो की खबर के अनुसार, चक्रवाती तूफान तितली कमजोर हो रहा है। हालांकि, इसके कारण ओडिशा के रायगढ़, गंजाम और गजापति जिलों में बारिश हुई।
- 12893 चेन्नई-भुवनेश्वर एक्सप्रेस (चेन्नई से)
- 22819/22820 भुवनेश्वर-विशाखापत्तनम-भुवनेश्वर इंटरसिटी एक्सप्रेस (दोनों दिशाओं से)
- 22873 दीघा विशाखापत्तनम (दीघा से)
- 22801 विशाखापत्तनम-चेन्नई एक्सप्रेस (विशाखापत्तनम से)
- 18447 भुवनेश्वर-जग्दलपुर हीरखंड एक्सप्रेस (भुवनेश्वर से)
- 12510 गुवाहटी-बेंगलुरू कैंट एक्सप्रेस (गुवाहटी से 14 अक्टूबर को)
तितली तूफान की तीव्रता भले ही कम हो रही हो। मगर इससे आगामी दो दिनों में कई जगह मौसम प्रभावित रहेगा। आईएमडी के मुताबिक, शनिवार (13 अक्टूबर) को असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल (गंगा वाले इलाके), ओडिशा और नागालैंड के आसपास के कई इलाकों में भीषण बारिश हो सकती है, जबकि 120-130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाएं 150 का आंकड़ा छू सकती हैं।
इच्चापुरम के पास पुल संख्या 1052 पर कल जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर था। शुक्रवार (12 अक्टूबर) को यहां हालत स्थिर रही। पूर्वी तट रेलवे के सीपीआरो ने यह जानकारी दी। उन्होंने इसके साथ ही बताया कि उम्मीद है कि ट्रेनों संचालन अब सही से हो सकेगा। (फोटोः एएनआई)
तितली तूफान के बीच छह गर्भवती महिलाओं को हिंजली इलाके से रेस्क्यू करा लिया गया है। गुरुवार रात उन्हें सीएचसी, हिंजली में भर्ती कराया गया, जिसमें चार बच्चों की सफल डिलीवरी हुई। महिलाएं और बच्चों की हालत स्थिर है।
तितली तूफान से सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश के छह गांव प्रभावित हुए हैं। आंध्र प्रदेश इमरजेंसी कंट्रोल रूम के मुताबिक, भारी वर्षा और तेज हवाओं के कारण इन छह में से दो (मिलियापत्तू और श्रीनिवासपुरम) सबसे ज्यादा तबाही मची, जबकि शेष गोपालपुरम, पुंच पडु, मुंकदपुरम और एम गंगाईपडु में मध्यम स्तर पर प्रभाव पड़ा है। वहीं, ओडिशा के आठ जिलों में इस वक्त बारिश हो रही है।
तूफान की तीव्रता गुरुवार (11 अक्टूबर) रात पहले के मुकाबले कम हुई। पर इसके कारण मृतकों की संख्या नौ हो चुकी है। मरने वालों में आठ लोग आंध्र प्रदेश में तूफान का शिकार हुए, जबकि एक जान ओडिशा में इसने लील ली। ऑल इंडिया रेडियो के अनुसार, चक्रवात अब उत्तरी पूर्व दिशा में बढ़ रहा है। मौसम और रेल यातायात प्रभावित होने के कारण विशाखापत्तनम, पुरी और बालासोर रेलवे स्टेशंस पर हजारों यात्री फंसे हैं।
तूफान के कारण बिगड़े हालात के बीच गंजाम जिले में 105 और जगतसिंहपुर जिले में 18 गर्भवती महिलाएं अस्पताल ले जाई गई हैं। वहीं, पूर्वी तटीय रेलवे सूत्रों का कहना है कि ओडिशा में खुर्दा रोड और आंध्र के विजयनग्राम के बीच ट्रेन सेवा बुधवार रात 10 बजे से बंद है। पूर्वी तटीय रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी जे पी मिश्रा ने कहा, "हमें आज शाम तक इन मार्गों पर ट्रेन सेवा बहाल होने की उम्मीद है।"
ओडिशा के मुख्य सचिव ए.पी पाधी के मुताबिक, बुधवार को राज्य सरकार ने करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। वे लोग 1,112 राहत शिविरों में रखे गए हैं। वहां उन्हें खाने के अलावा अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
भारतीय तट रक्षक (आईजीसी) ने ओडिशा के गंजाम स्थित अक्सा शहर में राहत-बचाव कार्य और हर संभव मदद के लिए अपना दस्ता तैनात कर दिया है। आईजीसी के दस्ते और जिला प्रशासन की टीमें संयुक्त रूप से इस काम में जुटी हैं।
विशेष राहत आयुक्त बी.पी सेठी ने बताया कि तूफान के कारण बिजली और टेलीफोन के खंभों के उखड़ जाने के कारण बिजली आपूर्ति तथा टेलीफोन संपर्क बाधित हुआ है। उन्होंने साथ ही बताया कि सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने तथा प्रभावित इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
गंजाम जिले के हिंजिली इलाके में आठ साल का एक लड़का एक नहर में डूब गया, जबकि पांच अन्य लोग बाढ़ के पानी में बह जाने के बाद लापता हैं। कलेक्टर कुलंगे विजय ने कहा कि दो महिलाओं और दो बच्चों सहित पांच लोग उस समय बाढ़ में बह गए जब वे सोरादा स्थित एक चक्रवात आश्रय केंद्र से अपने घर लौट रहे थे।
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित एक गांव में तूफान ने मकान को कुछ यूं नुकसान पहुंचाया। (फोटोः पीटीआई)
केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर दोनों राज्यों के हाल पर दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा- तितली तूफान के कारण दोनों राज्यों में प्रभावित होने वालों के लिए मैं प्रार्थना करता हूं। मुझे उम्मीद है कि यह कठिन वक्त यूं ही गुजर जाएगा।
अब तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है और इन लोगों के लिए 1,112 राहत शिविर लगाए गए हैं। गंजम की 105 व जगतसिंहपुर की 18 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विकराल रूप लेने वाले तितली तूफान की तबाही के बाद गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से फोन पर राज्य के हालात जाने। पीएम ने इसी के साथ दोनों सीएम को केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी तूफान से प्रभावित होने वालों के लिए दुआ मांगी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "मुझे यकीन है कि स्थानीय प्रशासन और राहत-बचाव कार्य दस्ते तूफान प्रभावित इलाकों में लोगों की हर स्तर पर मदद करेंगे। पूरा देश उन लोगों के साथ है।"
मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पधी ने कहा, 'पूरे राज्य में कुछ पश्चिमी भागों को छोड़कर पूरे दिन बारिश होने की आशंका है, बारिश होने के बाद, तटीय ओडिशा में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। अभी हालांकि बाढ़ की स्थिति नहीं है।' उनके मुताबिक, 'चक्रवाती तूफान की वजह से गजपति और रायगढ़ जिले में भारी बारिश हो रही है, जिस वजह से वंशधारा नदी में बाढ़ आ सकती है।'
तूफान के कारण ओडिशा के गोपालपुर में भूस्खलन हुआ। आठ जिलों में बारिश भी हो रही है, जिसके बाद राज्य के तटीय पट्टों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। मौसम विभाग ने बताया कि 24 घंटे में कुछ जगहों में भारी बारिश और दूर-दराज के इलाकों में अत्यधिक बारिश की आशंका है।
गंजाम जिले में अभी भी विशेष राहत संगठन (एसआरओ) के दस्ते जगह-जगह फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू करा रहे हैं। (फोटोः एजेंसी)
श्रीकाकुलम जिले में बागवानी वाली फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा तथा विजयनगरम में धान के खेतों को काफी नुकसान पहुंचा। एसडीएमए की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, नारियल, केले और आम के पेड़ों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। कोताबोम्माली (24.82 सेमी.), संथाबोम्माली (24.42 सेमी.), इच्छापुरम (23.76 सेमी.) और तेक्काली (23.46 सेमी.) के बाद पलासा, वज्रापुकोत्तुरू, नंदीगाम इलाकों में 28.02 सेमी. बारिश दर्ज की गई।
यह तूफान गुरुवार सुबह ओडिशा के पूर्वी तट से टकराया था। 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने उस दौरान इन दोनों ही राज्यों में भयंकर तबाही मचाई। जगह-जगह मकानों को नुकसान पहुंचा, जबकि कई इलाकों में तेज हवाओं के कारण पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। तूफान से सर्वाधिक नुकसान आंध्र के श्रीकाकुलम और विजियानगरम जिलों व ओडिशा के गजपति और गंजाम जिलों में पहुंचा है।
मौसम विभाग के मुताबिक, यह चक्रवात श्रीकाकुलम में पलासा के पास ओडिशा में गोपालपुर के दक्षिण-पश्चिम तट पर सुबह साढ़े चार और साढ़े पांच बजे के बीच पहुंचा था। चक्रवात के साथ 140-150 किलोमीटर से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली थी। ओडिशा को पार करते हुए चक्रवाती तूफान अब पश्चिम बंगाल के गंगा के किनारे वाले क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे यह कमजोर होगा।
पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से कहा गया, "चक्रवात के संबंध में मेरी चंद्रबाबू नायडू और नवीन पटनायक से बात हुई है। मैंने उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। मैं दुआ करता हूं कि तूफान से प्रभावित होने वाले सुरक्षित रहें।
पेड़ों के उखड़ने से चेन्नई-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात भी बाधित हुआ। जिले में दूरसंचार नेटवर्क पर भी असर पड़ा। पूर्वी तटीय रेलवे के साथ दक्षिण मध्य रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया, जबकि कुछ के मार्ग में फेरबदल हुआ। वहीं, कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों का दूसरे क्षेत्रों से मार्ग परिवर्तन कर दिया गया।
श्रीकाकुलम के बरुआ गांव में गुरुवार को चक्रवात के कारण मोबाइल टावर भी क्षतिग्रस्त हो गया। (फोटोः पीटीआई)
श्रीकाकुलम जिले में सड़क नेटवर्क को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। बिजली वितरण नेटवर्क भी प्रभावित हुआ है। तेज हवाएं चलने से 2,000 से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए। पूर्वी बिजली वितरण कंपनी ने कहा कि श्रीकाकुलम जिले में 4,319 गांवों और छह शहरों में बिजली वितरण तंत्र प्रभावित हुआ।
आंध्र के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) से कहा गया कि समुद्र में गए छह मछुआरों की भी मौत हो गई। सीएमओ के मुताबिक, पूर्वी गोदावरी जिले में काकीनाडा से पिछले कुछ दिनों में समुद्र में गईं मछली पकड़ने वाली 67 नौकाओं में से 65 सुरक्षित तट पर लौट आयीं। विज्ञप्ति में कहा गया कि शेष दो नौकाओं को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
श्रीकाकुलम में नेशनल हाईवे पर तेज हवा के बहाव के कारण ट्रक तक पलट गए। (फोटोः पीटीआई)
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने बताया कि चक्रवात से सामान्य जनजीवन ठप हुआ है। श्रीकाकुलम और विजयनगरम में भारी तबाही मची है। बुधवार देर रात से भारी से बहुत भारी बारिश भी हुई। गुडिवाडा अग्रहारम गांव में 62 वर्षीय महिला पर पेड़ गिरने से उनकी मौत हो गई, जबकि श्रीकाकुलम जिले के रोतनासा गांव में एक मकान गिरने से 55 वर्षीय व्यक्ति की जान चली गई।