Cyclone Nivar, Weather: तमिलनाडु-पुडुचेरी के तट से टकराकर आगे निकला निवार चक्रवात, कमजोर पड़ी रफ्तार, दोनों राज्यों में मौसम बेहद खराब
Cyclone Nivar Tracker, Weather forecast: निवार इस साल का चौथा चक्रवाती तूफान है। इससे पहले अम्फन, निसर्ग और गति ने दस्तक दी थी।

Cyclone Nivar, Weather forecast :चक्रवाती तूफान निवार बुधवार आधी रात के बाद तमिलनाडु और पुडुचेरी के समुद्री तट से टकराया। इस दौरान दोनों जगहों पर भारी बारिश और तेज हवाएं चलीं। मौसम विभाग के मुताबिक, तटीय इलाकों से 110 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से टकराने के बाद चक्रवात की रफ्तार कम हो गई और पुडुचेरी को पार करने बाद इसकी गति 85-95 किमी प्रतिघंटा पर रह गई। बताया गया है कि तूफान का स्तर अब ‘बहुत भीषण चक्रवाती तूफान’ से ‘भीषण चक्रवाती तूफान’ में बदल गया, जिससे बारिश की तीव्रता में भी धीरे-धीरे कमी आएगी। हालांकि, यह कुछ देर जारी रहेगी।
निवार चक्रवात से हुई तबाही पर पुदुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी ने भी नजर बनाए रखी। उन्होंने ट्विटर पर कहा, “अभी रात के तीन बज रहे हैं और हालात नियंत्रण में हैं।” बताया गया है कि तूफान ने तमिलनाडु और पुदुचेरी में काफी नुकसान पहुंचाया है। बारिश और तूफान की वजह से जनजीवन ठप हो गया है।
यह इस साल का चौथा चक्रवाती तूफान है। इससे पहले अम्फन, निसर्ग और गति ने दस्तक दी थी। निवार के चलते चेन्नई की सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। जिसके चलते 25 नवंबर को शेड्यूल की गई 49 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया है। दूसरी तरफ रेलवे ने ट्वीट करके कई ट्रेनों को रद्द करने की जानकारी दी। रेलवे ने इसके लिए यात्रियों को पूरे पैसे रिफंड करने का आश्वासन भी दिया है। इसमें एगमोर तंजावुर एक्सप्रेस, चेन्नै एगमोर-तिरुचिरापल्ली एक्सप्रेस शामिल हैं। इसके अलावा भी कई ट्रेनें कैंसल रहेंगी।
Highlights
निवार इस साल बंगाल की खाड़ी से उठने वाला दूसरा बड़ा तूफ़ान है। इससे पहले मई के महीने में अम्फन तूफ़ान आया था। इस तूफ़ान का नाम ईरान की ओर से सुझाया गया था। यह 2020 में उत्तर हिंद महासागर से उठे चक्रवातों के लिए जारी नामों की सूची से इस्तेमाल किया गया तीसरा नाम है। निवार का मतलब है रोकथाम करना।
निवार ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में काफी नुकसान पहुंचाया है। एडिशनल चीफ सेक्रेट्री अतुल्य मिश्रा ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि सुरक्षा उपायों के तहत तमिलनाडु में करीब 2.5 लाख लोगों को रिलीफ कैंप में रखा गया है। अभी स्थिति का आकलन किया जाएगा। उसके आधार पर मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी किसानों के लिए मुआवजे और बीमा भुगतान का ऐलान करेंगे। निवार के कारण करीब 101 घरों को नुकसान पहुंचा। तूफान के कारण 380 पेड़ उखड़ गए हैं, जिन्हें रास्तों से हटा दिया गया है।
'निवार' की वजह से पुडुच्चेरी से करीब 30 किलोमीटर दूर मरक्कनम शहर में भारी भूस्खलन हुआ है। इस कारण तमिलनाडु में तीन लोगों की मौत हो गई है। हालांकि, अब चक्रवाती तूफान कमजोर पड़ गया है। निवार अब कमजोर होकर अति गंभीर श्रेणी से गंभीर श्रेणी में आ गया है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 26 नवंबर को तड़के 2:30 बजे तट से टकराने के साथ इसकी 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार घटकर 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई।
चक्रवाती तूफान निवार के चलते वाराणसी से चेन्नई के बीच संचालित होने वाली दो विमान सेवाओं को गुरुवार को रद्द करना पड़ा। इसमें पहला इंडिगो एयरलाइंस का विमान 6E513 सुबह 10:15 बजे चेन्नई एयरपोर्ट से उड़ान भरता है, जो दोपहर 12:50 बजे वाराणसी उतरता है। यही विमान वाराणसी से 6E514 दोपहर 1:45 बजे उड़ान भरता है, जो 4:15 बजे चेन्नई पहुंचता है। वहीं, दूसरा विमान स्पाइसजेट द्वारा संचालित किया जाता है। स्पाइसजेट का विमान एसजी433 शाम 7:15 बजे चेन्नई से उड़ान भरने के बाद 9:40 बजे वाराणसी में उतरता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों से बात की और निवार चक्रवात के मद्देनजर उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।
भीषण चक्रवाती तूफान ‘निवार' भले ही कमजोर पड़ गया है, लेकिन उसने अपने पीछे तबाही का मंजर छोड़ दिया है। तमिलनाडु में तूफान से तीन लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। जबकि 3 लोग घायल बताये जा रहे हैं। इसके अलावा 101 झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। हय जानकारी तमिलनाडु के अतिरिक्त मुख्य सचिव अतुल्य मिश्रा ने दी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने बताया कि चक्रवाती तूफान से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। करीब 2000 लोगों को राहत शिविरों में सुरक्षित ले जाया गया है। भारी बारिश की वजह से अधिकतर इलाकों में जलजमाव है. सीएम आवास के चारों ओर भी पानी भर गया था।
मौसम विभाग के मुताबिक इस तूफान की कैटेगरी अब 'बहुत भीषण चक्रवाती तूफान' से 'भीषण चक्रवाती तूफान' हो गई है। इसके साथ चक्रवात की गति भी कम हो गई है। रात 2.30 बजे तक इस चक्रवात की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा से 110 किलोमीटर प्रति घंटा रही। मौसम विभाग के मुताबिक ये चक्रवाती तूफान उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ता रहेगा और आगे जाकर कमजोर पड़ जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान अब कमजोर पड़ गया है, लेकिन चन्नई समेत तमाम इलाकों में अभी कल तक मध्यम से तेज बारिश जारी रहेगा। मछुआरों को अभी समुद्र किनारे ना जाने की चेतावनी दी गई है।
तमिलनाडु और पुडुचेरी में चक्रवाती तूफान निवार कमजोर पड़ गया है, लेकिन निवार का असर दिखाई दे रहा है। चक्रवाती तूफान के चलते हुई भारी बारिश से कई इलाकों में भारी जलभराव है।
सीएम एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा कि चक्रवात निवार के कारण चेन्नई, वेल्लोर, कुड्डलोर, विलुप्पुरम, नागापट्टिनम, तिरुवूर, चेंगलपट्टू, और पेरम्बलोर सहित तमिलनाडु के 13 जिलों में 26 नवंबर तक राज्यव्यापी सार्वजनिक अवकाश जारी रहेगा।
NDRF के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि चक्रवात निवार के कारण 26 नवंबर को सुबह 2 बजे के बाद भूस्खलन हो सकता है। पूरे तमिलनाडु में एक लाख से अधिक लोगों को निकाला गया है और पुडुचेरी में 1,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है।
तमिलनाडु के तटीय इलाकों में निवार चक्रवात की वजह से 150 से ज्यादा पेड़ गिर गए। इसके अलावा कुछ अन्य इमारतों को भी नुकसान पहुंचा। बता दें कि निवार पुडुचेरी के तट से टकराने के बाद ही कमजोर पड़ गया था, हालांकि इसके बावजूद तमिलनाडु में तेज हवाओं का चलना जारी था। फिलहाल अच्छी बात यह है कि तूफान से किसी के मरने की खबर सामने नहीं आई है।
तमिलनाडु के चेन्नई में निवार चक्रवात की वजह से तेज हवाओं का चलना जारी है। बता दें कि निवार बुधवार आधी रात को पुडुचेरी के तटीय इलाकों से टकराया था और इसके चलते चक्रवात की रफ्तार भी घट गई थी। मौसम विभाग के मुताबिक, मौजूदा समय में निवार तमिलनाडु के पूर्वी तटीय इलाकों पर केंद्रित है।
तमिलनाडु में निवार चक्रवात से मची तबाही के मद्देनजर सरकार ने 16 जिलों में आज सार्वजनिक अवकाश का ऐलान कर दिया। जिन जिलों में छुट्टी घोषित की गई है, उनमें चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपेट, तिरुवल्लूर, विल्लुपुरम, कुड्डलोर, तिरुवन्नामलाई, अरियालुर, पेरंबलुर, थनजुवर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम, कल्लाकुरिची, तिरुपत्तूर, वेल्लोर और रानीपेट शामिल हैं।
निवार चक्रवात तमिलनाडु और पुडुचेरी में तबाही मचाने के बाद उत्तर-उत्तरपश्चिम की दिशा में आगे बढ़ गया। मौसम विभाग के मुताबिक, फिलहाल चक्रवात की रफ्तार काफी कम है और सुबह 6.45 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह चक्रवात पुडुचेरी से 50 किमी दूर तमिलनाडु के उत्तरी तटीय इलाके पर केंद्रित रहा। बताया गया है कि चक्रवात आगे आंध्र प्रदेश की तरफ बढ़ा है।
निवार चक्रवात की वजह से तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में भी कई हिस्सों में पानी भर गया। इस बीच चेन्नई एयरपोर्ट के आसपास का भी हिस्सा जलमग्न दिखाई दिया। इसके चलते ही अधिकारियों ने एयरपोर्ट को 9 बजे तक बंद रखने का फैसला किया।
तमिलनाडु ने निवार चक्रवात से निपटने के लिए काफी दुरुस्त तैयारी रखी। बताया गया है कि सरकार ने करीब 1.25 लाख लोगों को सही सलामत निकाल लिया। इनमें से कई लोगों को चेन्नई स्थित राहत कैंपों में रखा गया। बताया गया है कि मंगलवार से अब तक 4200 कैंप चालू हैं और राहत कार्यों के गुरुवार दोपहर तक जारी रहने के बाद बाकी कैंपों को भी ऑपरेशनल किया जाएगा।
पुडुचेरी में निवार चक्रवात के टकराने के बाद भारी बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर गया। आलम यह है कि केंद्र शासित प्रदेश में कई ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, पुडुचेरी से टकराने के बाद निवार की रफ्तार अगले तीन घंटे में और कमजोर पड़ेगी। फिलहाल आंध्र प्रदेश ने भी निवार के कमजोर रूप से टकराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, निवार चक्रवात तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों से रात 11.30 से 2.30 बजे के बीच टकराकर आगे निकला। उस वक्त तूफान की रफ्तार 120-130 किमी प्रतिघंटा थी। बताया गया है कि इसके बाद चक्रवात आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटीय इलाकों से टकराएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने आज शाम को तटों पर अलर्ट जारी कर दिया।
तूफान के खतरे के मद्देनजर पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कलापेट के आस-पास के क्षेत्रों का जायज़ा लिया। ममल्लापुरम में तेज़ हवाओं के साथ बारिश भी हो रही है। आज मध्यरात्रि और कल सुबह निवार तूफान के कराईकल और ममल्लापुरम के बीच लैंडफॉल होने की संभावना जताई जा रही है।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमेटी (एनसीएमसी) ने भी निवार से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि तैयारी इस प्रकार की हो कि किसी की जान माल का खतरा नहीं हो। बिजली और दूरसंचार जैसी सेवाएं जल्द से जल्द बहाल की जा सकें। प्रभावित राज्यों को आपदा राहत फंड भी जल्द जारी किए जाने का आश्वासन दिया गया है।
तूफान से तबाही की आशंका के मद्देनजर एनडीआरएफ ने बचाव कार्य के लिए 22 टीमों को तैनात किया है। जिसमें कुल 1,200 जवान शामिल हैं। इसमें तमिलनाडु में 12, पुडुचेरी में तीन और आंध्र प्रदेश में सात टीमें हैं। वहीं, एनडीआरएफ मुख्यालय, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में स्थित बटालियनों के कमांडेंट संबंधित राज्य अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर और टीमों को गुंटूर (आंध्र प्रदेश), त्रिशूर (केरल) और मुंडली (ओडिशा) में रिजर्व रखा गया है।
बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र भीषण चक्रवाती तूफान 'निवार' में बदल गया है। तूफान धीरे-धीरे तेज हो रहा है और इसके रात तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट पर टकराने की संभावना है। इस दौरान 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेगी, जो आगे 145 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी। मौसम विभाग इसपर कड़ी नजर बनाए हुए है। चक्रवात का असर भी अब कई इलाकों में देखने को मिल रहा है।
कुछ ही घंटों में निवार चक्रवात तट से टकरा सकता है। चेन्नै के मौसम विभाग के डीडीजी के मुताबिक यह पुदुचेरी के 30 किलोमीटर उत्तर में तट से टकराएगा। चेन्नै पहुंचने में इसे तीन घंटे का वक्त लग सकता है। एक घंटे के बाद इसका असर दिखने लगेगा। मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि इसका असर मध्य रात्रि से सुबह तक ज्यादा रहेगा। सुबह 3 बजने के बाद असर कम होना शुरू हो जाएगा।
निवार चक्रवात को ध्यान में रखते हुए तमिलनाडु में लगभग 1 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। राहत और बचाव के लिए शिप, एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर सब तैयार हैं। पिछले 6 घंटे में तूफान 14 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर शिफ्ट हो गया है। रात 2 बजे के बाद चक्रवात तट पर पहुंच सकता है।
निवार चक्रवात को देखते हुए चेन्नै एयरपोर्ट पर विमानों का परिचालन आज शाम 7 बजे से कल सुबह 7 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है। कई जोड़ी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया हैष अगले 12 घंटे में चक्रवात विकराल रूप से सकता है। तमिलनाडु के 13 जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है। तमिलनाडु और पुदुचेरी में भारी बारिश जारी है।
ममल्लापुरम और कराईकल में तेज हवाएँ जल रही हैं। तेज बारिश और समंदर में ऊंची लहरों की वजह से एमजीआर नहर, मम्बलगम नहर, और इन नहरों को जोड़ने वाले नाले भर गए हैं। तमिलनाडु के बड़े इलाके में जोरदार बारिश हो रही है।
तमिलनाडु और पुदुचेरी में तटीय इलाकों को खाली करा लिया गया है और लोगों को तट पर जाने से रोका गया है तमिलनाडु में कई जिलों में बस सेवा भी रोक दी गई है। इसके अलावा चेन्नै एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन्स पर भी आंशिक रूप से विराम लगाया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पश्चिम में है, जोकि कुड्डालोर के पूर्व और दक्षिण पूर्व में 320 किमी दूर है। पुडुचेरी से इसकी दूरी 350 किमी और चेन्नई से 410 किमी दूर है। अगले 6 घंटों में इसके और ज्यादा खतरनाक होने की आशंका बढ़ती जा रही है।
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कलापेट इलाके के आस-पास क्षेत्रों का जायज़ा लिया। चेन्नई एयरपोर्ट से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक निवार चक्रवात की वजह से चेन्नई से जाने वाली और चेन्नई आने वाली 26 फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं।
चक्रवाती तूफान निवार कराइकल और ममल्लापुरम के बीच लैंडफॉल करेगा। लोगों को प्रशासन द्वारा सलाह दी जा रही है कि वह घरों से बाहर ना निकलें। वहीं, समस्या होने पर स्थानीय प्रशासन को मामले की जानकारी दें।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर ने कहा कि आपातकालीन मेडिकल सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है। पीएचसी स्तर पर दवाएं भंडारित कर ली गई हैं। सभी सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही किसी भी इमरजेंसी के लिए 'हॉस्पिटल ऑन व्हील्स' को भी तैयार रहने को बोला गया है।
NDRF के डायरेक्टर जनरल ने बताया कि चक्रवात निवार से निपटने के लिए तमिलनाडु में 12 टीमें, पुडुचेरी में 2 टीमें, कराईकल में 1 टीम तैनात की गई है। साथ ही नेल्लोर में 3 टीमें तैयार की गई है। 1 टीम चित्तूर में तैनात की गई है। कुल 22 टीमें मोर्चे पर तैनात हैं जबकि 8 टीमों को तैयार रहने को कहा गया है।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमिटी (एनसीएमसी) ने सभी संबंधित विभागों को इस लक्ष्य के साथ काम करने को कहा है कि एक भी व्यक्ति की जान ना जाए। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, संचार व्यवस्था के साथ ही जल्द से जल्द हालात सामान्य बनाने के लिए भी तैयार रहने को कहा गया है। एनसीएमसी ने आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक कर चक्रवात निवार के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की।
पुडुचेरी के उद्योग एवं राजस्व मंत्री एमओएचएफ शाहजहां ने कहा कि बुधवार को सभी सरकारी कार्यालयों में छुट्टी होगी और लोगों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। उधर, चक्रवात को देखते हुए विमान सेवा इंडिगो ने कहा है कि बुधवार को निर्धारित 49 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि आगे की स्थितियों के अनुरूप अब फैसला लिया जाएगा।
तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पुडुचेरी में बुधवार को सार्वजनिक छुट्टी घोषित की गई है और सार्वजनिक परिवहन को स्थगित कर दिया गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा, ‘बुधवार को राज्य में आम छुट्टी होगी लेकिन आवश्यक सेवा से जुड़े कर्मी काम करेंगे।’
प्रधान ने कहा, ‘स्थिति तेजी से बदल रही है और यह 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।’ इस बीच, तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई इलाकों में मंगलवार से बारिश शुरू हो गई और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), तटरक्षक बल, दमकल विभाग सहित विभिन्न प्रादेशिक और केंद्रीय एजेंसियों के कर्मचारियों की तैनाती किसी भी स्थिति से निपटने के लिए की गई है।
पीएम मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से बातचीत कर हालात की जानकारी ली और केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान निवार के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के करीब 1,200 बचावकर्मियों को तैनात किया गया है और 800 अन्य को तैयार रखा गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मंगलवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवात ‘निवार’ में परिवर्तित हो गया है और इसके बुधवार को भारी तूफान के रूप में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकराने की आशंका है। तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और असुरक्षित इलाकों से लोगों को निकालने सहित एहतियाती उपाय सरकार द्वारा किए जा रहे हैं।
निवार इस साल का चौथा चक्रवाती तूफान है। इससे पहले अम्फन, निसर्ग और गति ने दस्तक दी थी। निवार के चलते चेन्नई की सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। जिसके चलते 25 नवंबर को शेड्यूल की गई 49 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया है।
चक्रवात के प्रभाव से तमिलनाडु और पुडुचेरी में 24 से 26 नवंबर तक भारी बारिश की संभावना है। इस कारण नागपट्टनम जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है तथा मछुआरों को 26 नवंबर तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है। मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने एक समीक्षा बैठक कर अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों तथा अधिकारियों को पूरी तरह सतर्क रहने और एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। पुडुकोटई, कुड्डालोर, नागपट्टनम, तंजावुर, विल्लुपुरम व चेंगलपट्टु जिलों खासतौर पर तैयार रहने को कहा गया है।
तमिलनाडु की ओर से तेजी से बढ़ रहे भीषण चक्रवात निवार के 25 नवंबर की शाम को तट से टकराने की संभावना है। इस दौरान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेंगी। फिलहाल चेन्नई के कई हिस्सों में बारिश शुरू हो गई है। पुडुचेरी में भी तेज हवाओं के चलने का सिलसिला जारी है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवात ‘निवार’ में परिवर्तित हो गया है और इसके बुधवार को भारी तूफान के रूप में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकराने की आशंका है।
भारत के मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के निदेशक, मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक 'निवार’ तूफान 120-130 किमी / घंटे की रफ्तार से लेकर 145 किमी / घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं पैदा करेगा। इससे तेज बारिश होगी और आम जनजीवन पर असर पड़ेगा।
तमिलनाडु और पुदुचेरी में कहर बरपाने के लिए चक्रवात 'निवार' तेजी से आगे बढ़ रहा है। बुधवार की सुबह तक इसके बहुत ही गंभीर चक्रवात में बदलने की आशंका है। इसके पुदुचेरी के आसपास कराईकल-ममल्लापुरम तट पहुंचने की उम्मीद है।
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान निवार 25 नवंबर की रात तक भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल जायेगा और यह तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों से गुजरेगा। इसको देखते हुए सरकार ने राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) की कई टीमों को तैनात किया है।
चक्रवाती तूफान निवार के भयंकर रूप लेने की आशंका को देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने बुधवार को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है। कई ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं।
एनडीआरएफ के डीजी ने बताया कि दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफान को देखते हुए तमिलनाडु में 12 टीमें, पुडुचेरी में 2 टीमें और कराईकल में 1 टीम, नेल्लोर में 3 टीमें और चित्तूर में 1 टीम तैनात की गई है। विशाखापट्टनम में पहले से 3 टीमें तैनात हैं।
पांच बाढ़ राहत दल और एक गोताखोरी टीम चेन्नई में तैनाती के लिए तैयार है। एक-एक बाढ़ राहत दल नेवल डिटैचमेंट नागपट्टिनम, रामेश्वरम एंड एयर स्टेशन INS परुन्दु में स्टैंडबाय के रूप में तैनात रखी गई है।