निवार चक्रवात से तमिलनाडु में तीन की जान गई, पुडुचेरी में हुई सर्वाधिक 30 सेमी बारिश, कर्नाटक में मौसम विभाग का यलो अलर्ट
पुडुचेरी और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में तबाही मचाने वाले निवार चक्रवात से किसी की जान जाने की कोई खबर नहीं आई है।

पुडुचेरी और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में बुधवार देर रात तबाही मचाने के बाद निवार चक्रवात अब तमिलनाडु के उत्तरी तटीय इलाके पर केंद्रित हो गया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, निवार से पहली कुछ मौतें तमिलनाडु में हुईं। यहां तीन लोगों की जान जाने की खबर है। दूसरी तरफ पुडुचेरी में सबसे ज्यादा 30 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई, वहीं चेन्नई में भी अब तक 14 सेमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। कई अन्य इलाकों में खराब मौसम बना हुआ है।
पुडुचेरी और तमिलनाडु से गुजरने के बाद निवार चक्रवात की रफ्तार काफी कम हुई है और यह बहुत खतरनाक चक्रवाती तूफान से खतरनाक चक्रवाती तूफान के स्तर पर पहुंच गया। बताया गया है कि अगले तीन घंटे में यह चक्रवात और कमजोर पड़ेगा। फिलहाल इसकी हवा की रफ्तार 85-95 किमी प्रतिघंटा है, जो कि तट से टकराते वक्त करीब 130-140 किमी प्रतिघंटा रही थी।
पुडुचेरी और तमिलनाडु में निवार चक्रवात की वजह से रात से ही मौसम बेहद खराब हो गया। तमिलनाडु के 16 जिलों में सरकार ने सार्वजनिक अवकाश का ऐलान तक कर दिया। हालांकि, तूफान के कमजोर पड़ने की वजह से चेन्नई में एयरपोर्ट का संचालन सुबह 9 बजे से ही शुरू हो गया। चेन्नई में मौसम विभाग के डिप्टी डायरेक्टर एस बालचंद्रन ने बताया कि तूफान फिलहाल जमीन के इलाके की तरफ है, इसलिए यहां भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी।
मौसम विभाग का अनुमान है कि निवार तूफान अब उत्तर-उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ेगा। इसी के मद्देनजर आंध्र प्रदेश में तटीय इलाकों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हालांकि, चक्रवात के शाम 5.30 बजे तक गहरे दबाव में जाने के संकेत हैं। शुक्रवार सुबह 5.30 बजे इसके कम दबाव वाले क्षेत्र में जाने की उम्मीद जताई गई है। फिलहाल चक्रवात से किसी की जान जाने की कोई खबर नहीं आई है।
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तमिलनाडु से अब तक चक्रवात की वजह से जान हानि की कोई खबर नहीं है लेकिन चक्रवात की वजह से पेड़ उखड़ गए और कुछ इलाकों में दीवारें ढहने की भी खबरें हैं। पुडुचेरी में भारी बारिश हुई और पेड़ उखड़ गए, बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए तथा कई इलाके पानी में डूब गए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों से बात की और निवार चक्रवात के मद्देनजर उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।
तमिलनाडु के एडिशनल चीफ सेक्रेट्री अतुल्य मिश्रा ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि सुरक्षा उपायों के तहत राज्य में करीब 2.5 लाख लोगों को रिलीफ कैंप में रखा गया है। अभी स्थिति का आकलन किया जाएगा। उसके आधार पर मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी किसानों के लिए मुआवजे और बीमा भुगतान का ऐलान करेंगे।
आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में अभी भी निवार चक्रवात का खतरा बना हुआ है। इसी के मद्देनजर राज्य में एनडीआरएफ की छह टीमें तैनात की गई हैं। NDRF के डीआईजी रणदीप राणा ने बताया कि तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु में 15 और पुडुचेरी में 4 टीमें लगाई गई थीं। उन्होंने कहा कि चक्रवात धीमा हुआ है, लेकिन खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है।
भारतीय मौसम विभाग ने तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में रेड अलर्ट का ऐलान कर दिया है। आईएमडी के मुताबिक, चित्तूर, कुरनूल, प्रकाशम, कुडप्पा और रायलसीमा में निवार तूफान का असर देखा जाएगा और यहां भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। बता दें कि पुडुचेरी और तमिलनाडु में पहले ही चक्रवाती तूफान की वजह से जबरदस्त बारिश हो चुकी है।
तमिलनाडु के चेन्नई में ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के कर्मचारी तूफान की वजह से गिरे पेड़ों और टहनियों को हटाने में जुटे हैं। बताया गया है कि चेन्नई में लगातार बारिश जारी है और ऐसे में यहां सफाई कामों में दिक्कत आ रही है। जिले में अब तक 14 सेमी के करीब बारिश हो चुकी है। हालांकि, चक्रवात के तमिलनाडु के उत्तरी तट पर केंद्रित रहने के कारण कुछ और देर बारिश जारी रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने कहा है कि निवार चक्रवात तमिलनाडु के उत्तरी तट पर और कमजोर पड़ा है और अब खतरनाक चक्रवाती तूफान से चक्रवाती तूफान के वर्ग में आ गया है। बताया गया है कि यह अब उत्तर-पश्चिम की दिशा में बढ़ेगा और अगले छह घंटे में और कमजोर हो जाएगा। इसके अगले छह घंटे में गहरे दाब वाले क्षेत्र में पहुंचने के साथ ही यह चक्रवात और कमजोर पड़ेगा।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने निवार चक्रवात से निपटने के लिए सभी आला-अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में चक्रवात के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए कहा गया है। बता दें कि मौसम विभाग ने कर्नाटक में यलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में भारी बारिश से लेकर कुछ जगहों पर तूफान आने की भी आशंका है।
निपुडुचेरी से निवार चक्रवात टकराने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में लगातार खराब मौसम बना हुआ है। मौसम विभाग के डेटा के मुताबिक, यहां अब तक 30 सेमी की बारिश हुई है, जो कि सबसे ज्यादा है। इसके बाद तमिलनाडु के कुड्डालोर में 27 सेमी बारिश हुई। नागपट्टिनम में 6.3 सेंटिमीटर, चेन्नई में 11.3 सेमी और करईकल में 9.6 सेमी बारिश दर्ज की गई।
गृह मंत्री अमित शाह ने निवार चक्रवात के पुडुचेरी और तमिलनाडु से टकराने के बाद गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि उनकी दोनों राज्यों के हालात पर करीब से नजर है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर उनकी तमिलनाडु के सीएम ई पलानीस्वामी और पुडुचेरी के सीएम वी नारायणसामी से बात हुई है और दोनों को ही केंद्र की तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम हर वक्त जमीन पर लोगों की मदद के लिए तैयार हैं।
मौसम विभाग ने निवार चक्रवात के मद्देनजर कर्नाटक में बेंगलुरु के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के साथ कोलार, चिक्कबल्लपुर, तुमाकुरु, मांड्या और रामनगर जिले के लिए यलो अलर्ट जारी कर दिया है। बताया गया है कि 26 और 27 नवंबर को इन जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। तटीय कर्नाटक में 27 नवंबर को बारिश होने की संभावना है।
तमिलनाडु के जिन स्थानों पर भी निवार चक्रवात की वजह से असर पड़ा, वहां CSIR UGC NET की परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया गया है। बताया गया है कि 26 नवंबर को राज्य में मैथमैटिकल साइंस और केमिकल साइंस का एग्जाम था। परीक्षाओं की नई तारीखों का ऐलान जल्द किया जाएगा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नोट में कहा कि पुडुचेरी में भी नेट की परीक्षा स्थगित की गई हैं।