CPIM on Rahul Gandhi: केरल में सत्तारूढ़ माकपा ने रविवार (26 मार्च, 2023) को लोकसभा से राहुल गांधी के अयोग्य ठहराए जाने को लेकर अपना बयान जारी किया। माकपा ने कहा कि लोकसभा से राहुल गांधी को अयोग्य ठहराने संबंधी उनकी पार्टी का बयान कांग्रेस नेता के समर्थन में नहीं हैं, बल्कि वह उनके खिलाफ भाजपा की अलोकतांत्रिक कार्रवाई का विरोध कर रही है।
माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने कहा कि वाम दल ने हमेशा अलोकतांत्रिक कार्रवाइयों के विरोध में आवाज उठाई है और इसका सख्ती से विरोध किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस विपक्षी दलों को निशाना बनाने के लिए ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। माकपा ने इसके विरोध में भी मुखर रुख अपनाया है। गोविंदन ने कहा कि राहुल गांधी के मामले में कुछ ऐसा ही हुआ है, लेकिन हमने राहुल गांधी का समर्थन नहीं किया है, बल्कि उनके खिलाफ की गई अलोकतांत्रिक कार्रवाई का विरोध किया है।
राहुल गांधी को ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी पर 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में 23 मार्च को सूरत की एक अदालत ने दोषी ठहराया और दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। इसके एक दिन लोकसभा सचिवालय एक नोटिफिकेशन जारी कर उनको अयोग्य घोषित कर दिया था।
राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने के बाद केरल की सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) और केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने इसे संघ परिवार द्वारा ‘लोकतंत्र पर हमला’ और भाजपा द्वारा बदले की राजनीति का एक उदाहरण करार दिया था। अयोग्य ठहराए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को पहली बार मीडियो को संबोधित करते भाजपा पर जमकर निशाना साधा था।
उन्होंने अडानी के मुद्दे को लेकर भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। माफी मांगकर इस मुद्दे को सुलझाने को लेकर राहुल ने कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता। राहुल ने अपने भाषण की शुरुआत में ही अडानी के मुद्दे को उठाया। राहुल गांधी ने कहा कि मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। अडानी का नरेंद्र मोदी से क्या रिश्ता है? इन लोगों से मुझे डर नहीं लगता। अगर इनको लगता है कि मेरी सदस्यता रद्द करके, डराकर, धमकाकर, जेल भेजकर मुझे बंद कर सकते हैं। मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा।’