आधी रह गई Xiomi, Vivo सहित तमाम स्मार्टफ़ोन की बिक्री, भारत-चीन तनाव नहीं है वजह
आईडीसी के अनुसार, साल 2020 की दूसरी तिमाही में देश में करीब 18 मिलियन स्मार्टफोन बेचे गए थे, जबकि बीते साल इस समय करीब 37 मिलियन यूनिट की बिक्री हुई थी।

कोरोना वायरस माहमारी के चलते लगे लॉकडाउन और लॉकडाउन के चलते पार्ट्स सप्लाई में आयी मुश्किल के चलते भारत में स्मार्टफोन मार्केट को अप्रैल जून की तिमाही में 51 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा है। अब त्योहार सीजन के चलते इसमें कुछ सुधार की उम्मीद की जा रही है। स्मार्टफोन शिपमेंट ट्रैकर IDC ने यह जानकारी दी है।
आईडीसी के अनुसार, साल 2020 की दूसरी तिमाही में देश में करीब 18 मिलियन स्मार्टफोन बेचे गए थे, जबकि बीते साल इस समय करीब 37 मिलियन यूनिट की बिक्री हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, श्याओमी के स्मार्टफोन की बिक्री में 49 फीसदी की गिरावट आयी है। वहीं सैमसंग में 48 फीसदी, वीवो में 43 फीसदी, रीयलमी में 37 फीसदी, ओप्पो में 51 फीसदी और अन्य कंपनियों के स्मार्टफोन में 74 फीसदी की बिक्री की कमी आयी है।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते देश में पहली तिमाही के दौरान लॉकडाउन रहा है। इसके साथ ही लॉकडाउन के चलते चीन से आने वाले पार्ट्स बंदरगाह पर ही कई दिनों तक क्लीयरेंस के लिए अटके रहे। जिससे सप्लाई चेन प्रभावित हुई। इसके बाद अब जब लॉकडाउन खुल गया है तब भी फैक्ट्रियां पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर रही हैं।
राहत की बात ये है कि जून माह में स्मार्टफोन की बिक्री में कुछ उछाल देखने को मिला है। हालांकि अभी पसंद के बजाय लोगों का जोर उपलब्धता पर है। बता दें कि 15 हजार से कम कीमत के स्मार्टफोन की बिक्री 84 फीसदी तक पहुंच गई है। वहीं 7500 से कम कीमत के स्मार्टफोन की बिक्री में भी 29 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। उल्लेखनीय है कि बीते साल दूसरी तिमाही में यह 20 फीसदी थी।
कुछ लोगों का मानना है कि भारत चीन तनाव का भी स्मार्टफोन की बिक्री पर असर पड़ा है। दरअसल सीमा पर तनाव के चलते भारत में चीनी सामान के बहिष्कार की मांग चल रही है। चूंकि भारत में स्मार्टफोन मार्केट में चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियों का दबदबा है इसलिए ये भी एक वजह हो सकती है कि इन चाइनीज कंपनियों की बिक्री में गिरावट देखी गई है।