कोविड संकट का हवाला देते हुए, कांग्रेस ने आज एक बार फिर पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को टाल दिया। दरअसल, पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह एक नए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव किया जाना है। पार्टी ने तय किया था कि नए पार्टी अध्यक्ष के लिए मतदान 23 जून को हो सकता है और नामांकन की समय सीमा 7 जून को होगी। लेकिन पार्टी की शीर्ष संस्था कांग्रेस कार्य समिति ने कहा है कि चुनाव को COVID-19 संकट के चलते स्थगित कर दिया गया है।
सूत्रों ने कहा कि चुनाव को टालने का निर्णय “सर्वसम्मति” से लिया गया। पार्टी ने एक बयान में कहा कि कोरोना महामारी के चलते पैदा हुई अभूतपूर्व स्थितियों के मद्देनजर, सीडब्ल्यूसी इस बात पर एकमत है कि फिलहाल पार्टी को हर जीवन को बचाने और प्रत्येक कोविड प्रभावित व्यक्ति की मदद करने का काम करना चाहिए। इसलिए, सीडब्ल्यूसी ने सर्वसम्मति से चुनाव स्थगित करने का संकल्प लिया है। मालूम हो कि 2019 के आम चुनाव के बाद से पार्टी अध्यक्ष को लेकर पार्टी में उथल-पुथल है।
अगले अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस के नेतृत्व से गांधी परिवार के एकाधिकार को खत्म करने के लिए है। राहुल गांधी, जिन्होंने 2017 में अपनी मां सोनिया गांधी के बाद पद संभाला था, ने 2019 लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा था कि गैर-गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए।
लेकिन कांग्रेस को अभी तक एक नया अध्यक्ष नहीं मिल सका है। फिलहाल सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष बनी हुई हैं। सोनिया गांधी ने नया अध्यक्ष चुने जाने तक पदभार संभालने पर सहमति जताई थी लेकिन अंतरिम व्यवस्था में स्थायी समाधान के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
पिछले साल, 23 कांग्रेस नेताओं और सांसदों ने एक पत्र में सामूहिक निर्णय लेने और दिखाई देने वाले नेतृत्व का आह्वान किया था। इसे गांधी परिवार की कार्यशैली और पार्टी के नेतृत्व पर सवाल खड़े करने के तौर पर देखा गया था। हालांकि राहुल गांधी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावर रहते हैं लेकिन उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाल ही में हुए चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मांग की है कि पार्टी अपनी असफलताओं पर ध्यान दे।