दिल्ली सरकार ने गुरुवार को निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में कोरोना संक्रमण का पता लगाने वाली आरटीपीसीआर जांच की कीमत 300 रुपए तय की, इसे पहले की तुलना में 40 फीसद सस्ता किया गया है। इस बाबत दिल्ली सरकार की प्रधान सचिव स्वास्थ्य मनीषा सक्सेना ने आदेश जारी किए हैं।
अब तक निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में आरटीपीसीआर जांच के लिए 500 रुपए का भुगतान करना होता था। इसी तरह रैपिड एंटीजन जांच के लिए 100 रुपए का भुगतान करना होगा, जिसके लिए अब तक 300 रुपए तक लिए जाते थे। आदेश के मुताबिक कोरोना जांच और घर से नमूने एकत्र करने के लिए पूर्व के 700 रुपए के बजाय 500 रुपए का भुगतान तय किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं को 24 घंटे के भीतर संशोधित कीमतों के बारे में जानकारी प्रदर्शित करने का निर्देश दिया है। वहीं, सरकारी केंद्रों और अस्पतालों मेंं आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजन जांच निशुल्क किए जाते हैं।
‘तीसरी लहर का चरम गुजरा, पर खतरा टला नहीं’
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली की तीसरी लहर का चरम संभवत: गुजर चुका है। हालांकि उन्होंने आगाह किया कि दिल्ली अभी खतरे से बाहर नहीं आई है। उन्होंने कहा कि सक्रियता के साथ किए गए उपायों के चलते मामलों में कमी आई। इसके अतिरिक्त प्रतिबंधों में ढील पर फैसले के लिए पहले स्थिति का विश्लेषण करना होगा।
दिल्ली में हाल ही में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में भारी वृद्धि उछाल देखने को मिला था, जब एक दिन में 28 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे। इस वजह से संक्रमण दर भी बढ़कर 30 फीसद के पार चली गई थी। उन्होंने कहा कि इस उछाल को कोरोना संक्रमण की मौजूदा लहर का चरम माना जा सकता है और ऐसा लगता है कि इस लहर का चरम गुजर चुका है। बीते कुछ दिनों में रोजाना दर्ज होने वाले नए मामलों में गिरावट आई है।