नरेंद्र मोदी निर्मित त्रासदियों से जूझ रहा देश, GDP -23.9 हुई, 12 करोड़ नौकरियां गईं – राहुल गांधी का ट्वीट
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्मित' त्रासदियों के बीच देश मुश्किलों से जूझ रहा है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीडीपी विकास दर में भारी गिरावट और चीन के साथ सीमा पर गतिरोध को लेकर बुधवार (2 सितंबर, 2020) को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्मित’ त्रासदियों के बीच देश मुश्किलों से जूझ रहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘भारत मोदी द्वारा निर्मित त्रासदियों के बीच मुश्किलों से जूझ रहा है। जीडीपी में -23.9 फीसदी की ऐतिहासिक गिरावट हुई। 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर है। 12 करोड़ नौकरियां चली गईं।’
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘केंद्र राज्यों को जीएसटी का बकाया नहीं दे रहा है। दुनियाभर में प्रतिदिन कोरोना के सबसे ज्यादा मामले और मौतें भारत में हो रही हैं। हमारी सीमाओं पर विदेशी आक्रमकता है।’ राहुल गांधी के अलावा पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘आम आदमी शायद जीडीपी का वित्तीय प्रभाव तो नहीं जानता, पर यह जरूर समझता है कि नोटबंदी, गलत जीएसटी, देशबंदी के डिजास्टर स्ट्रोक को मास्टर स्ट्रोक बताना सफेद झूठ है।’ उन्होंने कहा, ‘6 साल से गिरती अर्थव्यवस्था का इल्जाम ‘भगवान’ पर लगाना अपराध है। इसी अंधेर को आदमी की कमर टूटना कहते हैं।’
India is reeling under Modi-made disasters:
1. Historic GDP reduction -23.9%
2. Highest Unemployment in 45 yrs
3. 12 Crs job loss
4. Centre not paying States their GST dues
5. Globally highest COVID-19 daily cases and deaths
6. External aggression at our borders— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 2, 2020
इधर राहुल गांधी के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। राहुल रॉय @RahulRa71471807 लिखते हैं, ‘लोकडाउन में फ्री का राशन, फ्री की रेलवे यात्रा, खाते में मुफ्त के पैसे, 6 महीने तक कि किस्तों को आगे बढ़ाना, मुफ्त इलाज, क्वारंटाइन में खाना और मनरेगा से पैसे लेने के बाद अब ज्ञानी लोग इसलिए दुखी है कि GDP गिर गईं।’ ऋधि जैन @Ridhijain0021 लिखती हैं, ‘इस करोना काल में इतना भयानक GST वसूलने के बाद इतना महंगा पेट्रोल-डिजल करने के बाद भी… अगर मोदी सरकार घाटे में हैं तो इतना पैसा गया कहां??’
इसी तरह लक्ष्मण @Hindu_Chanakya लिखते हैं, ‘पूरे विश्व की GDP गिरी हुई है लेकिन आपको को सिर्फ भारत की दिखाई दी।’ एक यूजर @ArnabRbharatTv लिखते हैं, ‘राहुल जी, सुबह सुबह खाना खाने की आदत डालिए। कब तक ट्विटर पर मुफ्त में खाएंगे।’ शिल्पी सिंह @ShilpiSinghINC लिखती हैं, ‘नेहरूजी से लेकर शास्त्रीजी, और इंदिरा गांधी से लेकर पीवी नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह तक हर एक प्रधानमंत्री ने देश को मंदी में जाने से बचा लिया या आर्थिक कठिनाई के वक्त ऐसे फैसले लिए जिससे जनता को रोजगार या महंगाई की समस्या से कम से कम जूझना पड़े।’
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने इससे पहले नीट और जेईई की परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग स्वीकार नहीं किए जाने और कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) एवं दूसरी परीक्षाओं के परिणाम घोषित होने में विलंब को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा। साथ ही आरोप लगाया कि देश के भविष्य को खतरे में डाला जा रहा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मोदी सरकार भारत के भविष्य को खतरे में डाल रही है। अहंकार के कारण यह सरकार नीट-जेईई परीक्षाओं में बैठने वालों की ंिचताओं और एसएससी एवं दूसरी परीक्षाएं देने वालों की मांगों को नजरअंदाज कर रही है।’ (एजेंसी इनपुट)