RSS मामले में राहुल गांधी काट रहे कोर्ट के चक्कर, कांग्रेस ने वीडियो ट्वीट कर संघ को बताया ‘देश विरोधी’
वीडियो में कहा गया है कि आरएसएस मनुस्मृति को संविधान से 'बड़ा' मानती है। केबी हेडगेवार ने (आरएसएस प्रमुख) संघ से कहा था कि वह सत्याग्रह में हिस्सा न लें।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मुंबई एक कोर्ट ने जमानत दे दी। शिवड़ी कोर्ट ने 15 हजार रुपए के मुचलके पर राहुल को जमानत दी। कांग्रेस नेता ने कहा था कि 2017 में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को आरएसएस की विचारधारा से जोड़ा था। इस बीच कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर आरएसएस को लेकर एक वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो में आरएसएस को ‘देश विरोधी’ बताया गया है।
वीडियो में आरएसएस सदस्यों की तस्वीरों के साथ सब टाइटल भी दिए गए हैं। जिनमें कहा गया है आरएसएस लगातार देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है।
वीडियो को ‘RSS for Dummies’ टाइटल दिया गया है। वीडियो में कहा गया है कि संघ भारत के राष्ट्रीय झंडे को नहीं मानती! आरएसएस मनुस्मृति को संविधान से ‘बड़ा’ मानती है। केबी हेडगेवार ने (आरएसएस प्रमुख) संघ से कहा था कि वह सत्याग्रह में हिस्सा न लें। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर भारतीयता के प्रतीकों तक, आरएसएस ने सदैव इनका विरोध किया है। जब आजादी के दीवाने अंग्रेजों से लड़ रहे थे, तो एक संस्था के रूप में आरएसएस अंग्रेजों के समक्ष नतमस्तक थी। “भारत” के विचार का विरोध ही आरएसएस की नियति रही है। आरएसएस हिंसा भड़काने और महात्मा गांधी की हत्या में शामिल रही है।’
Think you know what the RSS is all about, think again. The Rashtriya Swayamsevak Sangh has consistently participated in anti-India activities, including pledging loyalty to the British, instigating violence & assassinating Mahatma Gandhi. #RSSvsIndia pic.twitter.com/z0jK3sXuRa
— Congress (@INCIndia) July 4, 2019
जमानत मिलने के बाद मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है। मैं अपनी लड़ाई आगे भी जारी रखूंगा। और यह लड़ाई और जोरों से चलेगी जैसे पिछले पांच साल में लड़ा उससे 10 गुना ताकत के साथ एकबार फिर लडूंगा। मैं किसानों और मजदूरों के साथ खड़ा हूं। आक्रमण हो रहा है और मजा आ रहा है। कांग्रेस पद से इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने जो कहना था कल एक पत्र के माध्यम से कह दिया है।
बता दें कि राहुल ने बुधवार (3 जुलाई 2019) को कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की सार्वजनिक घोषणा की है। उन्होंने चार पेज के त्याग पत्र में लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे को सार्वजनिक कर दिया। उन्होंने त्याग पत्र में आरएसएस और बीजेपी पर भी जमकर कटाक्ष किए। उन्होंने लिखा, ‘देशवासियों और कांग्रेस पार्टी ने मुझे काफी सम्मान व प्यार दिया, लेकिन प्रधानमंत्री व आरएसएस के खिलाफ लड़ाई में मैं अकेला खड़ा रहा। कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते मैं लोकसभा चुनाव 2019 में हार की जिम्मेदारी लेता हूं। पार्टी के भविष्य के लिए जवाबदेही महत्वपूर्ण है।’
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