कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई
NSUI ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी और BARC के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच लीक हुई व्हाट्सएप बातचीत के संबंध में गोस्वामी और दासगुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

कांग्रेस के छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी और BARC के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच लीक हुई व्हाट्सएप बातचीत के संबंध में गोस्वामी और दासगुप्ता के खिलाफ महाराष्ट्र के चंद्रपुर में शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित विपक्षी दलों ने गोस्वामी और दासगुप्ता के बीच कथित व्हाट्सएप चैट के खिलाफ अपनी चिंता जताई है और एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) जांच की मांग की है।
कांग्रेस ने कहा है कि वह सभी विवरणों का अध्ययन कर रही है और मामले में अपनी मांगों के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा,“मुंबई पुलिस की चार्जशीट में जो व्हाट्सएप चैट सामने आए हैं, वे राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। पैसो की धोखाधड़ी कैसे हुई है और इसमें उच्च पदों पर बैठे लोग कैसे शामिल थे … यहां तक कि जजों को खरीदने के बारे में भी कैसे बातचीत हुई … कैसे पत्रकारों ने निर्णय लिया कि कैबिनेट में कौन से पद होंगे … यह सब राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने से जुड़ा है… और सत्ता में बैठे लोगों का खोखलापन दिखाता है… ।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे की जांच कर रही है और पार्टी नेतृत्व जल्द ही प्रतिक्रिया के साथ सामने आएगा। मामले में गहन जांच की आवश्यकता है। मामले में दासगुप्ता ने कथित तौर पर BARC प्रमुख के रूप में अपने पद का दुरुपयोग किया और TRP में हेरफेर करने के लिए गोस्वामी और कुछ अन्य लोगों के साथ हाथ मिलाया।
गोस्वामी और दासगुप्ता दोनों टेलीविज़न रेटिंग पॉइंट्स (TRP) में धांधली के आरोपी हैं। इससे पहले, मुंबई पुलिस ने कथित टीआरपी धांधली घोटाले मामले में आरोप पत्र दायर किया था।
अक्टूबर 2020 में फर्जी टीआरपी घोटाले के सामने आने के बाद मामला दर्ज किया गया था। उस समय रेटिंग एजेंसी ने हंसा रिसर्च ग्रुप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ टेलीविजन चैनल टीआरपी नंबरों में हेराफेरी कर रहे हैं।
मुंबई के पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह के अनुसार, रिपब्लिक टीवी और दो मराठी चैनल बॉक्स सिनेमा और फक्त मराठी टीआरपी में हेरफेर करने में शामिल थे।