Congress President Election: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट बढ़ती जा रही है। शशि थरूर और अशोक गहलोत के बाद अब इस लिस्ट में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ और पार्टी के दिग्गज नेता मनीष तिवारी का नाम भी सामने आ रहा है। सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ भी कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि वरिष्ठ नेता कमलनाथ मध्य प्रदेश नहीं छोड़ना चाहते तो आखिर किस वजह से अध्यक्ष पद की रेस में उनका नाम सामने आ रहा है। दरअसल, कमलनाथ के करीबी सूत्रों का कहना है कि उन पर कई राज्यों के कांग्रेस नेताओं की ओर से चुनाव लड़ने का दबाव था। हालांकि, वह मध्य प्रदेश छोड़ने के इच्छुक नहीं हैं, जहां वह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाना चाहते हैं।
यह इतना आसान नहीं: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए संभावित नामों पर चर्चा करते हुए पार्टी के एक नेता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “गांधी फैमिली के तटस्थता का दावा करने के साथ बहुत से और लोग जो अध्यक्ष बनना चाहते हैं वह यह सवाल कर सकते हैं कि अशोक गहलोत ही क्यों? कमलनाथ उतने ही वरिष्ठ हैं जितने गहलोत। यही हाल दिग्विजय सिंह का भी है।”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अनुभवी हैं। वह लोकसभा में पार्टी के नेता, नौ बार विधायक रहे और दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। यह इतना आसान नहीं होने वाला है कि आप गहलोत का नाम लें और हर कोई मान जाएगा। हर किसी का एक वैध दावा है।”
दिग्विजय सिंह भी रेस में: गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री के रूप में कमलनाथ का कार्यकाल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के दो दर्जन से अधिक विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने के बाद खत्म हो गया था। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव पर कहा, “चलो देखते हैं. मैं खुद को भी खारिज नहीं कर रहा हूं, आप मुझे बाहर क्यों रखना चाहते हैं? हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। आपको 30 तारीख की शाम को जवाब पता चल जाएगा।”
और भी कई नाम आए सामने: शशि थरूर, अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के अलावा पृथ्वीराज चौहान, मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया का नाम भी कांग्रेस अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी को लेकर चर्चा में है। हालांकि, कहा जा रहा है कि पृथ्वीराज चव्हाण और मुकुल वासनिक चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके हैं।