मोदी सरकार ने सूट-बूट वालों का 8.75 लाख करोड़ ‘कर्ज माफ’ कर दिया, राहुल गांधी का आरोप; शेयर किया ग्राफिक वीडियो
राहुल गाँधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो ट्वीट किया है. जिसमें एक ग्राफ दर्शाया गया है। इस ग्राफ के अनुसार मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान कई पूँजीपतियों के कुल मिलाकर करीब 875,000 करोड़ का लोन माफ़ किया है।

कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गाँधी ने आज सोमवार को एक ट्वीट करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर पूँजीपतियों को फायदा पहुँचाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने ट्वीट किये हुए वीडियो में बताया है कि अपने सूट बूट वाले दोस्तों का 87,5000 करोड़ का कर्ज माफ़ करने वाली मोदी सरकार अन्नदाताओं की पूँजी साफ़ करने में लगी है। आपको बता दूँ कि कांग्रेस नेता राहुल गाँधी किसान आंदोलन के समर्थन में मोदी सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं।
राहुल गाँधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो ट्वीट किया है. जिसमें एक ग्राफ दर्शाया गया है। इस ग्राफ के अनुसार मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान कई पूँजीपतियों के कुल मिलाकर करीब 875,000 करोड़ का लोन माफ़ किया है। इस वीडियो को ट्वीट करते हुए राहुल गाँधी ने लिखा है कि मोदी सरकार देश के अन्नदाताओं की पूँजी को साफ़ करने में लगी है।
आपको बता दूँ कि पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने किसान आंदोलन में हो रही मौतों को लेकर कहा था कि 60 से ज्यादा अन्नदाता की शहादत से मोदी सरकार शर्मिंदा नहीं हुई लेकिन ट्रैक्टर रैली से इन्हें शर्मिंदगी हो रही है। ग़ौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले कांग्रेस पार्टी ने कृषि क़ानूनों के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था। दिल्ली में राहुल गाँधी ने राजभवन घेरने का भी लक्ष्य रखा था लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया था।
देशभर से आये किसान पिछले 54 दिन से दिल्ली से सटे अलग अलग सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान सरकार द्वारा पारित किये गए तीनों कृषि कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। हालाँकि सुप्रीम कोर्ट ने सरकार और किसानों के बीच जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए एक कमेटी बनाई थी। लेकिन कमेटी के एक सदस्य भूपिंदर सिंह मान ने यह कहते हुए इस्तीफ़ा दे दिया था कि सरकार को किसानों की बात जरुर सुननी चाहिए। 26 जनवरी को देशभर के प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली के राजपथ पर परेड करने का लक्ष्य रखा है।