‘CAA के दायरे में अहमदियों को भी लाया जाए’, राष्ट्रपति को पत्र लिख कांग्रेस नेता बाजवा ने किया अपील
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा,'मैं आपसे इसे सरकार के ध्यान में लाने की अपील करता हूं। यह मेरी उम्मीद है कि सरकार उन लोगों की रक्षा करना जारी रखेगी, जो दबाए गए और हमारे आस-पास प्रताड़ित हो रहे हैं और इच्छा है कि आपके निर्देशों के तहत संशोधित नागरिकता कानून का दायरा बढ़ाया जाए।’

कांग्रेस के नेता एवं राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पाकिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना झेल रहे अहमदिया समुदाय को भी नए नागरिकता कानून के दायरे में लाने की रविवार (22 दिसंबर) को अपील की है। बाजवा ने कोविंद को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच बाजवा ने कहा कि सरकार को अहमदियों के लिए मानवीय कदम उठाने की जरूरत है, जिन्हें लगातार प्रताड़ना के कारण पाकिस्तान से भागना होगा। बता दें कि CAA और NRC के खिलाफ पूरे देश में विरोध चल रहा है। ऐसे में बाजवा का यह बयान सामने आया है।
बाजवा ने पत्र में क्या कहाः बाजवा ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, ‘भारत का स्वभाव प्रताड़ना झेलने वालों का संरक्षण करने का रहा है। आधुनिक भारत के पूरे इतिहास में हम एक ऐसा राष्ट्र बनाने के लिए कोशिश रहे हैं, जो विविधता में एकता का समर्थन करता है। हमने अल्पसंख्यकों को संरक्षण दिया है और हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों में इन विशेषताओं को लाने की पूरी कोशिश की है।’
बाजवा ने की सरकार से अपीलः मामले में बाजवा ने यह भी कहा कि महात्मा गांधी का 150वीं जयंती वर्ष होने के कारण, ‘मैं आपसे इसे सरकार के ध्यान में लाने की अपील करता हूं। यह मेरी उम्मीद है कि सरकार उन लोगों की रक्षा करना जारी रखेगी, जो दबाए गए और हमारे आस-पास प्रताड़ित हो रहे हैं और इच्छा है कि आपके निर्देशों के तहत संशोधित नागरिकता कानून का दायरा बढ़ाया जाए।’
पीएम मोदी ने रैली कर कानून पर दी जानकारीः बाजवा ने कहा कि सीएए पर और विचार किए जाने की जरूरत है क्योंकि यह हमारे पड़ोस में प्रताड़ना का सामना कर रहे, अनगिनत समुदायों की बात नहीं करता। वहीं रविवार को पीएम मोदी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में एक रैली कर CAA और NRC के खिलाफ हो रहे विरोधों को गलत बताया और कानून समझाने की कोशिश भी की।