नाराज नवजोत सिंह सिद्धू के आप में जाने की चर्चा, अमरिंदर की शिकायत ले पहुंचे सोनिया-प्रियंका गांधी के पास
सूत्रों के मुताबिक सिद्धू ने कांग्रेस की दोनों शीर्ष नेताओं के समक्ष अपने मुद्दे रखे जिस पर उन्हें पार्टी के भीतर पूरा मान-सम्मान दिए जाने का भरोसा दिया गया।

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंद सिंह के साथ मतभेद एवं नाराजगी की अटकलों के बीच पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के आम आदमी पार्टी और अकाली दल में शामिल होने की चर्चा लंबे समय से चल रही थी। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से किसी तरह की टिप्पणी करने के इनकार कर दिया था। इस बीच सिंद्धू ने गुरुवार (27 फरवरी) को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक सिद्धू ने कांग्रेस की दोनों शीर्ष नेताओं के समक्ष अपने मुद्दे रखे जिस पर उन्हें पार्टी के भीतर पूरा मान-सम्मान दिए जाने का भरोसा दिया गया। मुलाकात के बाद सिद्धू ने एक बयान जारी कहा, “दोनों नेताओं ने बहुत धैर्य के साथ मेरी बात सुनी। मैंने उन्हें पंजाब के मौजूदा हालात से अवगत कराया और पंजाब के पुनरुत्थान तथा राज्य को आत्मनिर्भर बनाने का एक रोडमैप उनके साथ साझा किया।”
सिद्धू ने कहा, “यह वही रोडमैप है जिसको मैंने कैबिनेट में मंत्री के तौर पर कार्य करते हुए और अपने सार्वजनिक जीवन में, पिछले कई वर्षों से दृढ़ विश्वास के साथ लोगों के समक्ष रखा है।” दरअसल, सिद्धू के पिछले कई महीनों से अमरिंदर के साथ मतभेद और नारागजी की अटकलें हैं। लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
पार्टी के वरिष्ठ अमरिंदर सिंह के साथ उनके मतभेद लगातार बढते गए थे। कैप्टन अमरिंदर ने कांग्रेस से शिकायत की कि सिद्धू मना करने के बावजूद इमरान खान के शपथ समारोह के लिए पाकिस्तान गए। अपने साथी क्रिकेटर इमरान खान के साथ सिद्धू की बढ़ी दोस्ती से कांग्रेस असहज महसूस करने लगी थी। यह असहजता उस समय ज्यादा बढ़ गई थी जब सिद्धू और पाकिस्तानी आर्मी प्रमुख कमर जावेद बाजवा के गले मिलने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी थी।