हार्दिक पटेल ने बताया, गुजरात निकाय चुनाव में कांग्रेस का क्यों हुआ बुरा हाल, कहा- छोटे से चुनाव में भी ‘जंग’ मोदी और राहुल के बीच
हार्दिक पटेल ने कहा कि बीजेपी को गुजरात के लोग पसंद नहीं करते हैं लेकिन लोग कांग्रेस को भी वोट नहीं करते हैं क्योंकि कांग्रेस इतनी आक्रामक नहीं है।

गुजरात निकाय चुनाव नतीजों में कांग्रेस की करारी शिकस्त के एक हफ्ते बाद गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कहा कि बीजेपी को गुजरात के लोग पसंद नहीं करते हैं लेकिन लोग कांग्रेस को भी वोट नहीं करते हैं क्योंकि कांग्रेस इतनी आक्रामक नहीं है। इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में पटेल ने कहा, ”जब 2015 में हमने पाटीदार आंदोलन शुरू किया था उस समय किसी की परवाह नहीं थी और मैं आक्रामक था। लेकिन आज बात समुदाय की नहीं है बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और लोगों की है।” उन्होंने कहा कि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। मालूम हो कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का दामन थामा था।
हार्दिक पटेल ने कहा कि पिछले पांच सालों में उनका राजनीतिक करियर काफी अजीब रहा है। चुनाव लड़ने की योजना के बारे में पूछे जाने पर, पटेल ने कहा कि जब वह 2017 में अपनी बहन की शादी की तैयारी कर रहे थे, तो पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें राज्यसभा भेजने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने अपनी उम्र का हवाला देते हुए मना कर दिया था। पटेल ने कहा कि एक राजनीतिक पद के लिए लालच इसके बाद दूर चला गया था।
राज्य कांग्रेस के एक कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर, पटेल ने कहा कि उनके पास आदेश जारी करने की शक्ति नहीं है। पटेल ने कहा,“मैं टिकट बांटे जाने के दौरान एक भी स्क्रीनिंग में नहीं था, किसी ने मुझसे नहीं पूछा। इसलिए, मैंने कुछ नहीं कहा। ”
सूरत में पार्टी की हार के लिए राज्य के नेताओं को दोषी ठहराते हुए, पटेल ने कहा कि उन्होंने गुजरात के 6,000 गांवों का दौरा किया था और जमीन पर स्थिति जानते थे। पटेल ने कहा, “उन्होंने मुझसे पूछा होता कि क्या करना है, मैंने उन्हें सही सलाह दी होती।”
पटेल ने यह भी संकेत दिया कि राज्य के कांग्रेस नेता उन्हें नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह न तो कांग्रेस छोड़ेंगे और न ही उन्हें पार्टी में शामिल होने के फैसले पर पछतावा है।
यह पूछे जाने पर कि युवा कांग्रेस के साथ क्यों नहीं जुड़ रहे हैं, पटेल ने कहा कि युवाओं को राजनीति की कोई समझ नहीं है क्योंकि यहां तक कि सबसे छोटे चुनाव में भी राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी के बीच मुकाबला होता है।
उन्होंने कहा कि गुजरात या भारत के युवा यह नहीं देखते हैं कि स्थानीय उम्मीदवार कौन है क्योंकि उन्हें राजनीति की कोई समझ नहीं है।