गांधी-गोडसे का जिक्र कर दिग्विजय सिंह ने बताया धार्मिकता और धर्मांधता में फर्क, ट्रोल
दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे का जिक्र करते हुए एक ट्वीट किया है। कांग्रेस नेता ने अपने इस ट्वीट में लोगों को धार्मिकता और धर्मांधता में क्या फर्क होता है ये बताया है। इसके लिए उन्हें ट्रोल भी होना पड़ा है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे का जिक्र करते हुए एक ट्वीट किया है। कांग्रेस नेता ने अपने इस ट्वीट में लोगों को धार्मिकता और धर्मांधता में क्या फर्क होता है ये बताया है। इसके लिए उन्हें ट्रोल भी होना पड़ा है।
दिग्विजय सिंह ने लिखा “धार्मिकता और धर्मांधता में फर्क होता है। महात्मा गांधी जी धार्मिक थे और नाथूराम गोडसे धर्मान्ध था। धार्मिक व्यक्ति प्रेम सद्भाव, सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलता है और धर्मान्ध व्यक्ति असत्य, नफरत और हिंसा के रास्ते पर चलता है। प्रेम, सद्भाव और शांति में ही प्रगति का वास होता है।” अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होने लिखा “यही सनातन धर्म का मूल मंत्र है और यही भारत के संस्कार व संस्कृति है। यही गीता का सारांश है यही भगवान बुद्ध भगवान महावीर और महात्मा गॉंधी का संदेश है।”
इसपर कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल किया है। एक यूजर ने नेहरू और गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए लिखा “नेताजी बोस देशप्रेम में धर्मान्ध थे जबकि नेहरू धार्मिक , परिणाम सबके सामने है बोस ने आज़ादी दिलाई लेकिन राज नेहरू व उनके वंशजो ने किया जबकि बोस को गुमनामी के अंधेरो में धकेल दिया गया, कुछ लोगो का धर्म सिर्फ राजनीति बन गया है देश प्रेम में धर्मान्ध होना अच्छा है। जय श्री राम।”
रणदीप नाम के एक यूजर ने लिखा “महात्मा गांधी का नाम लेना तो केवल कांग्रिस की औपचारिकता है। वास्तव में वह आप ही हैं जिसने ज़ाकिर नायक की तारीफ़ में पुलिंदे बांधे और उसका सार्वजनिक रूप से सम्मान किया। आप की व्याख्या में ऐसे लोग धार्मिकता की पराकाष्ठा हैं। आप अब देश को बरगला नही सकते। आप की असलियत जग ज़ाहिर है।”
एक अन्य यूजर ने लिखा “आप कैसे हिन्दू हो हमारी समझ में नही आया,कश्मीरी पंडितों के लिए कहने के लिए आप के एक शब्द भी नहीं है और अब्दुल को एक छींक भी आजाये तो हायतौबा मचने लग जाती है आप की तरफ से!” बता दें कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता ने नाथूराम गोडसे को पहला आतंकवादी बताया था।