देशभर के कई राज्यों में शुक्रवार (10 जून 2022) को जुमे की नमाज के बाद हिंसा हुई। प्रयागराज, रांची और बंगाल के हावड़ा में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। बंगाल में आज भी हिंसा की घटना हुई और पुलिस पर प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव किया गया। जुमे के बाद हुई हिंसा के मुद्दे को लेकर अंग्रेजी समाचार चैनल इंडिया टुडे पर बहस चल रही थी, जिसमे ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी भी मौजूद थे।
बहस के दौरान एंकर ने मौलाना साजिद रशीदी से पूछा कि क्या आपको लगता है कि हिंसा पूर्व नियोजित थी? इसके जवाब में मौलाना साजिद रशीदी ने जवाब देते हुए कहा, “मैं भी एक मस्जिद का इमाम हूं और मुझे इस हिंसा के बारे में पहले से कुछ नहीं पता था। मेरे पास कल कई फ़ोन आये, जिसमे मुझसे पूछा गया कि कल (शुक्रवार, 10 जून 2022) भारत बंद है क्या? मैंने उनसे कहा कि नहीं ऐसी कोई जानकारी थी, मुझे नहीं लगा की ये प्री प्लांड है। जिसने भी ये अफवाह फैलाई, उस सोर्स को पता कीजिये।”
मौलाना साजिद रशीदी ने आगे कहा, “जिसने भी भारत बंद की खबर फैलाई, उसे पकड़ा जाए। मैं एक मस्जिद में इमाम हूं, वहां आम नमाजों में 10-15 लोग आते हैं लेकिन जुमा के दिन 250-300 लोग हो जाते हैं। अब उसी दिन कुछ पार्टी से जुड़े हुए लोग इसका फायदा उठा लेते हैं। शाही इमाम को पता नहीं था कि प्रोटेस्ट होगा, लेकिन जामा मस्जिद में लोग आ गए।”
बता दें कि बंगाल में शुक्रवार को हिंसा तो हुई ही थी, लेकिन शनिवार सुबह भी हिंसा की घटना हुई और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस को हालात काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर लिखा, “मैं पहले भी कह चुकी हूं कि जो हावड़ा में पिछले दो दिनों से हिंसक घटनाएं हो रही हैं, इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल हैं और वे दंगे कराना चाहते हैं। लेकिन इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी का गुनाह देश के लोग क्यों भुगते?”