देशभर में बेरोजगारी को लेकर बहस छिड़ी है और सेंटर फॉर मोनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (CMIE) ने बेरोजगारी को लेकर एक आंकड़ा जारी किया है। CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम है। वहीं हरियाणा में बेरोजगारी दर सबसे अधिक है। CMIE के आंकड़े के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर 0.6 फीसदी है जो देश में सबसे कम है। वहीं इस महीने (मार्च) देश की बेरोजगारी दर 7.6 फीसदी रही।
हरियाणा में सबसे अधिक बेरोजगारी दर: CMIE के आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में बेरोजगारी दर सबसे अधिक रही। मार्च महीने में हरियाणा में बेरोजगारी दर 26.7 फीसदी रही। राजस्थान में 25 फीसदी, जम्मू कश्मीर में 25 फीसदी , बिहार में 14.4 फीसदी और पश्चिम बंगाल में 5.6 फीसदी बेरोजगारी दर रही।
CMIE ने अपने बयान में कहा कि, “छत्तीसगढ़ सरकार ने महात्मा गांधी के ‘ग्राम स्वराज’ के दृष्टिकोण के अनुरूप तीन साल पहले विकास का एक नया मॉडल अपनाया और राज्य के समावेशी विकास की परिकल्पना की। सुरजी गांव योजना, नरवा-गरवा-घुरवा-बारी कार्यक्रम, गोधन न्याय योजना सहित विभिन्न योजनाएं शुरू कीं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना से लोगों को लाभ हुआ और राज्य ने अच्छा प्रदर्शन किया। इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं, जो प्रदेश के सर्वांगीण विकास को गति दे रहे हैं।”
वहीं इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जनवरी महीने में CMIE द्वारा जारी किये गए बेरोजगारी के आंकड़ों को मानने से इनकार कर दिया था। जनवरी में मनोहर लाल खट्टर ने CMIE के आंकड़ों का खंडन करते हुए दावा किया था कि उनकी सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक बेरोजगारी दर 6.1% थी।
बता दें कि बेरोजगारी को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार निशाना भी साधता रहता है। विपक्ष सरकार पर आरोप लगाता है कि सरकार ने 2014 में 2 करोड़ रोजगार हर साल देने का वादा किया था लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर पाई। राहुल गांधी पीएम नरेंद्र मोदी पर बेरोजगारी को लेकर लगातार निशाना साधतें रहते हैं। CMIE के आंकड़ो के अनुसार भारत में बेरोजगारी के आंकड़ों में सुधार हो रहा है।