साल 2020 की अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में नए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे  ने जम्मू कश्मीर पर बड़ा बयान दिया है। आर्मी चीफ ने साफ किया कि पूरा J&K है भारत का हिस्सा, संसद चाहे तो PoK भी हमारा हो सकता है। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा अगर संसद से आदेश मिले तो पीओके पर कार्रवाई संभव हो सकती है।

दिल्ली में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सेना प्रमुख से सवाल किया गया कि क्या राजनीतिक नेतृत्व के कहे अनुसार गुलाम कश्मीर भारत का हिस्सा हो सकता है? उन्होंने कहा कि ‘यह एक संसदीय संकल्प है कि पूरा जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा है। यदि संसद ऐसा चाहती है, तो उस क्षेत्र (गुलाम कश्मीर) को भी हमारा होना चाहिए। जब हमें इस दिशा में आदेश मिलेगा हम उचित कार्रवाई करेंगे।’

सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा है कि संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की भावना हमें मार्गदर्शन करता रहेगा। सेना प्रमुख ने कहा तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल पर जोर देते हुए कहा कि सेना में प्रशिक्षण का फोकस भविष्य के युद्धों के लिए उन्हें तैयार करने पर होगा जो नेटवर्क केंद्रित और जटिल होगा।  चीन की चुनौतियों पर चर्चा करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि हम उत्तरी सीमा पर उभरी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि सेना के रूप में, हम भारत के संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ लेते हैं, संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का हमें मार्गदर्शन करना चाहिए। पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी सेना द्वारा दो निहत्थे नागरिकों की हत्या के मामले को लेकर पूछे गए सवाल पर सेना प्रमुख ने कहा कि ‘हम इस तरह की बर्बर गतिविधियों का सहारा नहीं लेते हैं और बहुत ही पेशेवर रूप में लड़ते हैं। हम सैन्य रूप से ऐसी स्थितियों से उचित तरीके से निपटेंगे।’

एलओसी पर पाकिस्तान सेना और आतंकियों द्वारा दी गई धमकी पर आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवने ने कहा कि सेना बेहद सक्रिय है। खुफिया अलर्ट रोजाना प्राप्त होते हैं और उन्हें बहुत गंभीरता से देखा जाता है। इन अलर्ट के कारण ही हम BAT को विफल करने में सक्षम हैं।