छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को मंगलवार (3 सितंबर 2019) को फर्जी हलफनामा केस में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है कि सीएम के बेटे ने चुनावी हलफनामे में अपने जन्म स्थान की गलत जानकारी दी है। अमित जोगी (42) को बिलासपुर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है। बीजेपी नेता समीरा पैकरा की शिकायत के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पैकरा ने 2013 में मरवाही विधानसभा सीट से अमित जोगी के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गई थीं। पैकरा ने हाई कोर्ट कहा कि जोगी ने अपनी जाति और जन्म स्थान के बारे में हलफनामे में झूठी जानकारी दी।
पिछले हफ्ते ही कोर्ट ने बीजेपी नेता की याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि पुरानी विधानसभा खत्म हो चुकी है और नई विधानसभा का कार्यकाल शुरू हो चुका है। कोर्ट के इस फैसले के बाद समीरा पैकरा ने पुलिस में एक नई शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि जोगी ने चुनावी हलफनामे अपनी डेट ऑफ बर्थ 1978 और जन्म स्थान छत्तीसगढ़ का गौरेला गांव बताया है। जबकि सच्चाई यह है कि वह 1977 में टेक्सास में जन्मे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजय कुमार ध्रुव ने कहा, ‘अमित जोगी को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा और अदालत के आदेशों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन पर अपने जन्म स्थान के बारे में गलत जानकारी देने का आरोप लगाया गया है।’
मालूम हो कि अमित जोगी ही नहीं बल्कि पिता अजीत जोगी की भी मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। वह जाति प्रमाण पत्र को लेकर भी सवालों को घेरे में हैं। बीते हफ्ते ही छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला प्रशासन ने जाति प्रमाण पत्र मामले में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। जिला प्रशासन ने पुलिस को जोगी के खिलाफ छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछडा वर्ग (सामाजिक स्थिति के प्रमाणीकरण का विनियमन) अधिनियम 2013 की धारा 10 (1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।