Jammu Kashmir Polls: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव (Jammu Kashmir Assembly Polls) से पहले की सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) राजीव कुमार (Rajeev Kumar) ने बुधवार (18 जनवरी, 2023) को कहा कि मौसम, सुरक्षा चिंताओं और अन्य चुनावों के कार्यक्रम को ध्यान में रखकर हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की घोषणा की जाएगी। त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के लिए चुनाव की घोषणा करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं।
निर्वाचन क्षेत्रों में रिटर्निंग अधिकारियों की भी हुई नियुक्ति
उन्होंने बताया कि परिसीमन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। परिसीमन के बाद मतदान केंद्रों की पहचान, फिक्सिंग और पुनर्व्यवस्थित करने की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन क्षेत्रों में बदलाव हुए हैं, उन निर्वाचन क्षेत्रों के लिए रिटर्निंग ऑफिसर्स और सहायक निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।
सीईसी ने कहा कि कार्यक्रम तय करने से पहले आयोग मौसम, सुरक्षा चिंताओं और अन्य सभी कारकों पर विचार करेगा और उसके बाद चुनाव की घोषणा की जाएगी। तीन उत्तर-पूर्वी राज्यों में चल रहे चुनावों के बाद कर्नाटक में मई में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है।
आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार होंगे चुनाव
यदि इस साल चुनाव आयोजित किए जाते हैं, तो जम्मू और कश्मीर राज्य को 2019 में केंद्र शासित प्रदेश में परिवर्तित करने के बाद यह पहला चुनाव होगा। विधानसभा और संसदीय क्षेत्रों का परिसीमन मार्च 2020 से मई 2022 तक किया गया, जिसके बाद कश्मीर में 47 और जम्मू 43 सीटें हो गईं हैं।
जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 रद्द करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद केंद्र सरकार ने कहा था कि परिसीमन अभ्यास और मतदाता सूची में संशोधन के बाद जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। परिसीमन पिछले साल पूरा हुआ था जिसके बाद जम्मू को 6 अतिरिक्त सीटें मिलीं। क्षेत्रीय दलों ने परिसीमन आयोग पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था। परिसीमन के बाद 90 सदस्यीय विधानसभा में जम्मू क्षेत्र में 43 सीटें और कश्मीर में 47 सीटें हैं।