डिबेट में ओवैसी बोले, ”ये तो नाजीवाद है। दक्षिण अफ्रीका में भी बापू को भेदभाव का सामना करना पड़ा था। उन्हें रेल से फेंक दिया गया था। देश को किस दिशा में ले जा रहे हैं आप लोग। आपको तो देश को कानून देना चाहिए था जिसमें कि किसानों को एमएसपी की लिखित गारंटी हो।”
ओवैसी ने कहा, ”पीएम को आगे आकर कहना चाहिए था कि हम किसानों को एमएसपी दे रहे हैं। आप एमएसपी का कानून नहीं बना रहे हैं बल्कि लव जिहाद के नाम पर नफरत फैलाने का काम करते हैं। लॉकडाउन के समय पर मीडिया और कुछ लोगों ने तबलीगी जमात पर कोरोना जिहाद का आरोप लगाया। बाद में देश के अलग- अलग हाईकोर्ट ने सबको बाइज्जत बरी कर दिया। कोरोना जिहाद, लव जिहाद, यूपीएससी जिहाद झूठ है। बीजेपी के इतने सांसद हैं लेकिन वे फिर भी हिंदू भाइयों के मन में मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने चाहते हैं।”
बता दें कि मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल ने मंगलवार को राज्य में लव जिहाद मामलों से निपटने के लिए अध्यादेश को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “पांच से 10 साल की कैद का प्रावधान और सामूहिक धर्म परिवर्तन के लिए कम से कम 1,00,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है।”
एमपी सरकार ने योगी सरकार की तरह अध्यादेश का रास्ता अपनाया जिससे कानून को साफ तौर पर बदला जा सके। गौरतलब है कि यूपी में लव जिहाद को कानून बने एक महीने का समय बीत चुका है और इस कानून के तहत यूपी पुलिस ने महीने भर में 14 मामले दर्ज किए हैं और 51 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। जिसमें से 49 लोग जेल में हैं।