Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman ) ने बुधवार को 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया। इस बजट भाषण को पूरा करने के साथ ही वित्त मंत्री ने एक रिकॉर्ड भी कायम कर लिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का दिया यह पांचवां बजट भाषण 90 मिनट के भीतर पूरा हो गया था। यह अब तक का उनका सबसे छोटा भाषण है। वित्त मंत्री ने इस भाषण को पूरा करने में 87 मिनट का समय लिया। जबकि पिछले साल निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण को पूरा करने में 92 मिनट का समय लिया था।
Budget 2023: सबसे लंबा भाषण भी निर्मला सीतारमण के नाम दर्ज
गौरतलब है कि अब तक सबसे लंबा बजट भाषण भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम ही दर्ज है। 2020 में उन्होंने 2 घंटे 40 मिनट में भारत के इतिहास में सबसे लंबा बजट भाषण देने के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। इस दौरान अस्वस्थ महसूस करने पर उसे इसे छोटा करने और सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा था। जब भी केंद्र सरकारअपना बजट पेश करती है तो लोगों के सामने नई उम्मीदें और नई आशाएं रहती हैं। देश में पहली सरकार से लेकर अब तक जितनी भी सरकारें बनी हैं, हर सरकार में बजट में कुछ नया रिकॉर्ड जुड़ता रहा है। वैसे तो हर सरकार में देश के वित्तमंत्री ही बजट पेश करते हैं, लेकिन कई बार प्रधानमंत्री के पास ही वित्त विभाग भी होता है।
1999 से पहले बजट फरवरी के अंतिम कार्य दिवस पर पेश किया जाता था
1999 के पहले तक केंद्रीय बजट ब्रिटिश काल से चली आ रही परंपरा के अनुसार फरवरी के अंतिम कार्य दिवस को शाम 5 बजे पेश किया जाता था। इस परंपरा को पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने 1999 में बदल दिया और बजट पेश करने का समय सुबह 11 बजे कर दिया था। अब मोदी सरकार में पहली फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में अपना चौथा बजट पेश करेंगी। अरुण जेटली ने 1 फरवरी 2017 को उस महीने के अंतिम कार्य दिवस का उपयोग करने की औपनिवेशिक युग की परंपरा से हटकर केंद्रीय बजट पेश करना शुरू किया।
पूर्व प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई अब तक 10 बार पेश कर चुके हैं बजट
अब तक सबसे ज्यादा केंद्रीय बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम है। उन्होंने 1962-69 के दौरान वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान 10 बार बजट पेश किए थे।
‘7 लाख तक कमाई पर कोई टैक्स नहीं, Nirmala Sitharaman Live | Modi Govt Budget
उनके बाद कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के नाम सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड है। उन्होंने 9 बार केंद्रीय बजट पेश किए। चिदंबरम के बाद कांग्रेस के ही प्रणब मुखर्जी और भाजपा सरकार में यशवंत सिन्हा ने 8-8 बजट पेश किए।