सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शनिवार को जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर पाकिस्तान द्वारा बनाई गई एक और भूमिगत सुरंग कापता लगाया। बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हीरानगर सेक्टर के पनसार क्षेत्र में सीमा चौकी पर एक अभियान के दौरान इस गुप्त सुरंग का पता चला।
पिछले 10 दस दिनों में बीएसएफ ने हीरानगर सेक्टर में इस तरह की दूसरी भूमिगत सुरंग का पता लगाया है। सांबा और कठुआ जिलों में पिछले छह महीनों में इस तरह की यह चौथी सुरंग है और बीते दशक में दसवीं है। गौरतलब है कि इसी सेक्टर के बोबियान गांव में 13 जनवरी को 150 मीटर लंबी सुरंग का पता लगाया गया था। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इस नई सुरंग को पाकिस्तान की ओर से 150 मीटर लंबी और लगभग 30 फुट गहराई तथा तीन फुट व्यास वाली माना जा रहा है।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि यह वही जगह है जहां जून 2020 में बीएसएफ ने पाकिस्तान की तरफ से आए हथियार और गोला-बारूद से लदे एक ड्रोन को मार गिराया था। इसके अलावा इसी इलाके में बीएसएफ ने नवंबर 2019 में एक घुसपैठ की घटना को रोका था। तब सुरक्षाबलों को घुसपैठ की कोशिश में लगे आतंकियों पर फायरिंग तक करनी पड़ी थी।
जम्मू-कश्मीर में पिछले छह महीने में मिली चार सुरंगे: बताया गया है कि पिछले छह महीने में जम्मू-कश्मीर में कुल चार सुरंगे मिल चुकी हैं। इससे पहले कश्मीर के सांबा, हीरानगर और कठुआ इलाके में ही सुरंगे मिली थीं। इससे पहले जम्मू क्षेत्र में भी 10 सुरंगें मिल चुकी हैं। 13 जनवरी को हीरानगर सेक्टर के बोबियां गांव में 150 मीटर लंबी सुरंग मिली थी।