शराब से कॉन्फिडेंस बढ़ता है…बोले नासिर अब्दुल्ला, एंकर और BJP नेता ने घेरा- ड्रग से आत्मनिर्भर बनते हैं?
अब्दुल्ला ने कहा कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपने आपको एंटरटेनमेंट करना होता है। आत्मनिर्भर बनना पड़ता है।

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग केस में एनसीबी ने फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर और सारा अली खान से पूछताछ कर ली है। इस मुद्दे पर हुई एक टीवी डिबेट में अभिनेता नासिर अब्दुल्ला अपने एक बयान को लेकर घिर गए। दरअसल नासिर अब्दुल्ला ने कहा कि शराब पीने से आत्मविश्वास बढ़ जाता है। इसके बाद डिबेट में मौजूद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने नासिर अब्दुल्ला को निशाने पर ले लिया।
डिबेट के दौरान एंकर ने नासिर अब्दुल्ला से पूछा कि जब बॉलीवुड को साफ करने की बात हो रही है तो आप क्यों दीवार बनकर खड़े हैं? दरअसल नासिर अब्दुल्ला इससे पहले भी कई टीवी डिबेट में बॉलीवुड का ड्रग केस में बचाव कर चुके हैं। इसके जवाब में नासिर अब्दुल्ला ने कहा कि पूरे देश से मामला निकालों और सिर्फ बॉलीवुड पर कूड़ा मत डालो। नासिर अब्दुल्ला ने कहा कि नशे की दिक्कत पूरे देश में है लेकिन बॉलीवुड में ज्यादा और वह इस बात को स्वीकार करते हैं।
अब्दुल्ला ने कहा कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपने आपको एंटरटेनमेंट करना होता है। आत्मनिर्भर बनना पड़ता है। जब इस पर एंकर और संबित पात्रा ने आपत्ति की तो नासिर अब्दुल्ला ने कहा कि शराब से घर बर्बाद होते हैं लेकिन इससे कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है।
संबित पात्रा ने पूछा कि कहां लिखा है कि शराब से कॉन्फिडेंस बढ़ता है? इस पर नासिर अब्दुल्ला ने कहा कि ये अनुभव की बात है। पात्रा ने इस पर भी नासिर अब्दुल्ला को घेर लिया और पूछा कि उन्हें शराब पीने से अनुभव आया है या ड्रग्स लेने से?
इससे पहले एनसीबी ने ड्रग्स मामले में फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर और सारा अली खान से कई घंटे पूछताछ की। वहीं धर्मा प्रोडक्शन से जुड़े क्षितिज प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि इससे पहले एक अन्य टीवी चैनल की डिबेट के दौरान नासिर अब्दुल्ला ने कहा था कि गांजा हल्का ड्रग होता है और कोकीन भारी ड्रग होता है। दोनों में बड़ा फर्क होता है। गांजा और हसीस बीते 40 सालों से इस्तेमाल हो रहा है लेकिन अब नया उबाल आया है। उन्होंने कहा कि भारी ड्रग पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए और पूरे हिंदुस्तान में ये चीज है और सरकार को ये पता है। मैंने संन्यासियों को पीते देखा है, बेचारे थक जाते हैं। एक दो कश लगाकर थोड़े खुशनुमा हो जाते हैं।