देश हिंसा की आग में झुलसता रहे, आप एमएसपी-एमएसपी करते रहें- एंकर बोलीं तो राकेश टिकैत ने दिया ये जवाब
एंकर रोमान ईसार खान ने किसान नेता राकेश टिकैत से पूछा था कि आपकी नजर में लक्खा सिधाना क्या है, किसान है या गुनहगार है? इस पर राकेश टिकैत ने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि ये लक्खा कौन है?

दिल्ली की सीमाओं पर तीन महीने से ज्यादा वक्त से आंदोलन कर रहे किसानों की सरकार के साथ कई बार की वार्ता के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला। इसके चलते आंदोलन जारी है। हालांकि गणतंत्र दिवस पर लाल किले में हुई हिंसा के बाद कई संगठन आंदोलन से पीछे हट गए हैं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता और प्रवक्ता राकेश टिकैत ने घोषणा की है कि वे दिल्ली की सड़कों पर 40 लाख ट्रैक्टर ले आएंगे। एबीपी न्यूज चैनल के शो संविधान की शपथ में एंकर रोमान ईसार खान ने जब उनसे लक्खा सिधाना के संरक्षण देने के बारे में पूछा तो वे बोले एमएसपी पर बात करो। कहा कि सिर्फ एमएसपी पर बात करो।
एंकर रोमान ईसार खान ने कहा देश हिंसा की आग में झुलसती रहे और आप एमएसपी-एमएसपी चिल्लाते रहो। इस पर राकेश टिकैत ने जवाब देते हुए कहा, “देश से लुटेरी कंपनियां जाएंगी। आलू का क्या रेट है। बर्बाद हो गया किसान, अरे क्या संबंध है 26 जनवरी से लक्खा सिधाना का, लुटेरी कंपनियां जाएंगी। 26 तारीख का बिल से क्या संबंध है। सरकार को जवाब देना पड़ेगा, एमएसपी पर कानून बनाना पड़ेगा। 40 लाख ट्रैक्टर आएंगे। पूरे देश से किसान जुड़ेंगे। क्यों नहीं आएंगे 40 लाख ट्रैक्टर?”
दरअसल एंकर रोमान ईसार खान ने किसान नेता राकेश टिकैत से पूछा था कि आपकी नजर में लक्खा सिधाना क्या है, किसान है या गुनहगार है? इस पर राकेश टिकैत ने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि ये लक्खा कौन है, मैं नहीं जानता। एंकर ने बताया कि उस पर दिल्ली पुलिस ने ईनाम घोषित किया है। लाल किले पर हिंसा करने का आरोपी है। आपके आंदोलन में आपके साथ रहा है। आप कह रहे हैं कि आप नहीं जानते हैं।
इस पर राकेश टिकैत अपनी बात जोर-जोर से रखते हुए बोलने लगे। कहा, “एमएसपी पर बात करो न, 26 जनवरी से इसका क्या संबंध है? एमएसपी पर कानून क्यों नहीं? बिल का क्या होगा?”
हालांकि तमाम विरोध और समर्थन के बावजूद किसान आंदोलन को लेकर विवाद थमता नहीं दिख रहा है। टीवी चैनल पर किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी कि “दिल्ली में 40 लाख ट्रैक्टर लाकर दिखाएगे। कहा कि देश से लुटेरी कंपनियां जाएंगी और एमएसपी पर कानून बनेगा। सरकार को तीन कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे।” उन्होंने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा। देश में हल की क्रांति लाएंगे। कहा कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेगी, हम अपने आंदोलन को खत्म नहीं करेंगे।
एंकर ने कहा आप हिंसा का रास्ता अपनाएंगे। धमकी देंगे। राकेश टिकैत ने कहा, “लुटेरी कंपनियां जाएंगी। इन्होंने पूरे देश को लूट लिया। एमएसपी पर कानून होता तो आज किसान आंदोलन नहीं करते।”
एंकर ने पूछा कि किसान आंदोलन के नाम पर लक्खा सिधाना जैसे आरोपियों को क्यों संरक्षण दे रहे हैं? हिंसा का आरोपी लक्खा सिधाना पर एक लाख रुपए का ईनाम है और वह किसानों के मंच पर पहुंचता है। वह महापंचायत में आधे घंटे तक भाषण देता है और आप लोग उसकी शिकायत तक नहीं करवाते? उसको पकड़वाते तक नहीं हैं क्यों? आप लोग उसकी मेहमाननवाजी करते हैं क्यों? राकेश टिकैत ने कहा, “एमएसपी पर बात करो। दिल्ली में 40 लाख ट्रैक्टर जोड़ेंगे। पूरे देश में आंदोलन करेंगे। आंदोलन चलेगा। आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चलेगा।” एंकर रोमान ईसार खान ने कहा, आपके पास कोई जवाब नहीं है। इसलिए आप एमएसपी-एमएसपी चिल्ला रहे हैं।