बंगाल चुनावः टिकट कटने पर फूटा BJP कार्यकर्ताओं का गुस्सा! पार्टी दफ्तर में मचाई तोड़फोड़
बंगाल भाजपा में जब से टिकट बंटवारे की घोषणा हुई है तभी से बवाल मचा हुआ है। पिछले दिनों दुर्गापुर, आसनसोल समेत कई विधानसभा क्षेत्रों में जब टीएमसी से आए नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया तो पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुलकर सामने आई।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा जीतोड़ मेहनत कर रही है। भाजपा हर हाल में तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से हटाना चाहती है। लेकिन भाजपा के अंदर ही भारी खलबल मची हुई है। टिकट बंटवारे से नाराज कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं दूसरे दलों से आए लोगों को टिकट देने को लेकर बंगाल भाजपा के कार्यकर्ता अलग अलग जगह प्रदर्शन कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के मालदा में अपने मनपसंद उम्मीदवार को टिकट ना मिलने से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ की। नाराज कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय में लगे पोस्टरों, टेबल, कुर्सियों को भी क्षति पहुंचाई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। मालदा की हरिशचंद्रपुर सीट से मातीउर रहमान को टिकट दिया गया है। जबकि ओल्ड मालदा सीट से गोपाल साहा को उम्मीदवार बनाया गया है। स्थानीय कार्यकर्ता दोनों उम्मीदवार से नाराज हैं।
पश्चिम बंगाल के मालदा में टिकट न मिलने से नाराज BJP कार्यकर्ताओं ने पार्टी ऑफिस में की तोड़फोड़#WestBengalElections2021 #BJP pic.twitter.com/BPBEKnwzbc
— News24 (@news24tvchannel) March 20, 2021
बंगाल भाजपा में जब से टिकट बंटवारे की घोषणा हुई है तभी से बवाल मचा हुआ है। पिछले दिनों दुर्गापुर, आसनसोल समेत कई विधानसभा क्षेत्रों में जब टीएमसी से आए नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया तो पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुलकर सामने आई। नाराज कार्यकर्ताओं ने घोषित उम्मीदवारों का जमकर विरोध किया। इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं के भारी विरोध को देखते हुए बंगाल भाजपा को अपने उम्मीदवार तक को बदलना पड़ा।
बंगाल की अलीपुरद्वार सीट से अर्थशास्त्री अशोक लाहिरी को उम्मीदवार बनाया गया था। बीजेपी ने अशोक लाहिरी की उम्मीदवारी का जमकर प्रचार किया। लेकिन अलीपुरद्वार के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के इस फैसले की जमकर आलोचना की और कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया। इतना ही नहीं भाजपा जिलाध्यक्ष ने तो यहां तक कह दिया कि वे अशोक लाहिरी को जानते ही नहीं हैं। आख़िरकार भाजपा को अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा और अशोक लाहिरी की जगह जिला महासचिव सुमन कांजीलाल को टिकट देना पड़ा।
इतना ही नहीं भाजपा को तब बेहद ही अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा जब दो घोषित उम्मीदवार ने चुनाव लड़ने से ही मना कर दिया। दरअसल भाजपा ने बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा को टिकट दिया था। लेकिन शिखा मित्रा ने मीडिया के सामने यह आकर कह दिया कि वो अभी कांग्रेस के साथ हैं। इसके अलावा एक टीएमसी विधायक माला साहा के पति तरुण साहा को भी उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन उन्होंने भी चुनाव लड़ने से मना कर दिया।