वहीं इस पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि असम के लोग इस कानून के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि अगर यह कानून लागू होता तो असम के बहुत से लोगों से उनकी नागरिकता छिन जाएगी। सुरजेवाला ने कहा कि हम जानते हैं कि सीएए कानून लागू नहीं किया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि असम और बंगाल में चुनाव के बाद इसे लागू किया जाएगा। बीजेपी चाहती है कि इसको लेकर ध्रुवीकरण हो जबकि शाह के इस बयान से उलट असम सीएम के कई बयान हैं। बीजेपी मिलकर देश के लोगों को बेवकूफ बना रही है।
मालूम हो कि नागरिकता संशोधन कानून को संसद ने दिसंबर 2019 में पारित किया था। इससे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक जो कि 2014 में या इससे से पहले भारत आए हैं को भारत की नागरिकता मिलेगी। जैसे ही पांच राज्यों में चुनाव करीब आ गए हैं। सीएए को लेकर बहस गर्म हो गई है।
हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि देश के लोगों को अभी भी मोदी जी पर यकीन है भले ही कितना ही विरोध हो। उन्होंने कहा कि बीजेपी की मौजूदगी देश के हर एक हिस्से में है। हमें भरोसा है कि बीजेपी बंगाल में भी सरकार बनाएगी।
वहीं, सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा पांच राज्यों में से तीन राज्यों में चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं है। पूर्वोत्तर में दलबदल के जरिए बीजेपी का विस्तार हुआ। भारत के लोग बेचे जाने के लिए नहीं हैं। बीजेपी हर बार विधायक नहीं खरीद सकती है और जीत नहीं सकती है।