नई दिल्ली। हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बढ़ियां प्रदर्शन करने वाली भाजपा की ओर से दोनों राज्यों में सरकार गठन की पहल को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस संदर्भ में पार्टी प्रमुख अमित शाह ने आगे की रणनीति के बारे में आज केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से विचार विमर्श किया।
शाह ने गडकरी के निवास पर जाकर उनसे महाराष्ट्र में सरकार गठन की संभावनाओं के संबंध में लगभग 45 मिनट चर्चा की। हरियाणा में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है लेकिन महाराष्ट्र में वह यह जादुई आंकड़ा पाने से कुछ पीछे रह गई है। गडकरी महाराष्ट्र से पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। भाजपा के इस पूर्व अध्यक्ष के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अच्छे संबंध हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने की संभावना है।
बताया जाता है कि शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन के लिए कल प्रधानमंत्री को बधाई देने के बाद 25 साल पुराने अपने इस सहयोगी दल से फिर से तालमेल किए जाने को लेकर शाह और गडकरी में विचार विमर्श हुआ। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर आम सहमति नहीं बनने के कारण भाजपा-शिवसेना गठबंधन टूट गया था।
महाराष्ट्र में बहुमत से पीछे छूट गई भाजपा अपने इस पुराने सहयोगी दल से फिर से गठबंधन बनाने में दिलचस्पी दिखा रही है। केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को महाराष्ट्र विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। वह आज शाम मुंबई रवाना हो रहे हैं। महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख देवेन्द्र फड़नवीस मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं।
उधर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा को बाहर से समर्थन देने की पेशकश करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया है।