स्वपन दासगुप्ता का इस्तीफा, मनोनीत सांसद को बीजेपी उम्मीदवार बनाने पर महुआ मोइत्रा ने की थी अयोग्य ठहराने की मांग
बंगाल विधानसभा चुनाव में तारकेश्वर सीट से बीजेपी के उम्मीदवार स्वपन दासगुप्ता ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है।

भारतीय जनता पार्टी के नेता स्वपन दास गुप्ता ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी ने उन्हें बंगाल विधानसभा चुनाव में तारकेश्वर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था। जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने उनकी उम्मीदवारी पर सवाल खड़े किये थे। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने स्वपन दास गुप्ता की राज्यसभा सदस्यता खत्म करने की मांग की थी।
टीएमसी सांसद की तरफ से संविधान की 10 वीं अनुसूची का हवाला देते हुए कहा गया था कि कोई भी मनोनीत राज्यसभा सदस्य सांसद शपथ लेने के 6 महीने बाद किसी पार्टी मे शामिल होता है तो उसे राज्यसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि पत्रकार से नेता बने स्वपन दासगुप्ता को राज्यसभा के लिए साल 2016 में राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया गया था।
टीएमसी की तरफ से लगाए गए आरोपों पर स्वपन दास गुप्ता ने कहा था कि नियमों के बारें में मुझे पता है। अगर ये सवाल मेरे नॉमिनेशन के बाद उठाए गए होते तो इसमें बोलने के लिए कुछ होता। अभी जब मैंने नामांकन नहीं भरा है तो मुझे इसपर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। साथ ही उन्होंने कहा था कि सभी नियमों का पालन करते हुए ही नामांकन भरा जाएगा।
बताते चलें कि रविवार को बीजेपी की तरफ से कुछ उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया था। जिसमें राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता का भी नाम शामिल था। सांसद लॉकेट चटर्जी को चुरचुरा से, अंजना बासु को सोनारपुर साउथ से, राजीव बनर्जी को डोमजुर से पायल सरकार को बेहाला ईस्ट से और अलीपुरद्वार से अशोक लाहिरी को टिकट दिया गया था।
बंगाल में 8 चरण में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 294 सीटों वाले विधानसभा के लिए पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होना है। चुनाव परिणाम 2 मई को जारी किए जाएंगे। इस बार के चुनाव में बीजेपी, टीएमसी और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है। 2016 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 211 सीटों पर सफलता मिली थी, वहीं कांग्रेस को 44 लेफ्ट को 26 सीटों पर जीत मिली थी। भारतीय जनता पार्टी को उस चुनाव में महज तीन सीटों पर कामयाबी मिली थी।