बीजेपी नेता और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार को कोरोना वैक्सीन को लेकर कुछ तथ्य याद दिलाए हैं। स्वामी ने ट्वीट किया, ”आत्मनिर्भर भारत को समर्पित सरकार को ये याद रखना चाहिए कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ने मैन्युफैक्चर करने का काम किया है और उसे अभी तक यूएस एफडीए और ईयू से सर्टिफिकेट मिलना बाकी है। दूसरी बात ये कि इस वैक्सीन के लिए सभी टेस्ट विदेशियों पर किए गए हैं। इसलिए ये पूरी तरह से विदेशी है न कि स्वेदशी। वहीं, भारतीयों के लिए भारत बायोटैक की वैक्सीन ही होनी चाहिए।”
बता दें कि कोरोना वायरस महमारी ने दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ले ली है। मौतों का ये आंकड़ा सबसे ज्यादा अमेरिका, ब्राजील और तीसरे नंबर पर भारत में है। भारत के बाद मैक्सिको और यूके का नंबर आता है। इस बीच 16 जनवरी से देशभर में शुरू हो रहे कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के लिए देश के सभी राज्यों ने कमर कस ली है। दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस टीकाकरण के लिए शेड्यूल भी जारी कर दिया है। पहले चरण में सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया जाएगा।
राजधानी दिल्ली में 89 जगहों पर कोरोना टीकाकरण का काम किया जाएगा। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि 36 सरकारी अस्पतालों और 53 निजी अस्पतालों में टीकाकरण किया जाएगा। दिल्ली में वैक्सीन 12 या 13 जनवरी तक आ जाएगी। सभी स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के बाद बाकी लोगों को भी टीका लगाया जाएगा।
मालूम हो कि दिल्ली में 3 लाख स्वास्थ्यकर्मियों और 6 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स , जिसमें पुलिस और सिविल डिफेंस कर्मी शामिल हैं, को शुरुआती चरणों में टीका लगाया जाएगा। इसके बाद राजधानी में उन 42 लाख लोगों का नंबर आएगा जो कि 50 साल से ऊपर के हैं साथ ही जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है।
इस बीच कर्नाटक सरकार ने कहा कि वैक्सीन के वितरण और स्टोरेज के लिए इंतजाम कर लिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने कहा कि राज्य के पास वैक्सीन को स्टोर करने के लिए दो जगह हैं। इसके अलावा 5 क्षेत्रीय स्टोरेज सेंटर भी हैं।
वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह राज्य के सभी स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन देंगी। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने जानकारी दी कि राज्य में पहले चरण में 4.5 लाख लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। फिलहाल इस अभियान के लिए 18,000 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है।