शत्रुघ्न सिन्हा ने नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू को बताया प्रायोजित, लिखा- रवीश कुमार, विनोद दुआ का सामना क्यों नहीं करते
बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू की आलोचना की है। उन्होंने इसे स्क्रिप्टेड और बनावटी करार दिया है। साथ ही पूछा कि क्या वह रवीश कुमार और विनोद दुआ जैसे पत्रकारों का सामना करने में खुद को असहज महसूस करते हैं?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जनवरी को न्यूज एजेंसी ‘एएनआई’ को लंबा इंटरव्यू दिया था। कांग्रेस ने इसे पूर्वनियोजित करार देते हुए पीएम मोदी की कड़ी आलोचना की थी। लेकिन, अब बीजेपी के ही एक वरिष्ठ सांसद ने पीएम के इस इंटरव्यू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पटना साहिब से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने नरेंद्र मोदी के इस इंटरव्यू को ‘स्क्रिप्टेड’ और बनावटी करार दिया है। उन्होंने ताबड़तोड़ कई ट्वीट कर कहा कि कभी बेबाक सवालों का भी जवाब देने की हिम्मत दिखाइए। साथ ही बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सवाल उठाया कि क्या आप टीवी एंकर रवीश कुमार और विनोद दुआ जैसे पत्रकारों का सामना करने में खुद को असहज महसूस करते हैं?
शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट किया, ‘सर, हमसब ने आपका स्क्रिप्टेड, बनावटी, अच्छे तरीके से खोजबीन और अभ्यास किया गया टीवी इंटरव्यू देखा। एंकर (वंडर लेडी) के प्रति पूरा सम्मान जताते हुए मैं यह कहना चाहता हूं कि क्या यह उचित समय नहीं है कि आप एक समर्थ और सक्षम नेता की अपनी छवि को सुधारने के लिए बेबाक सवालों का जवाब दें? मैं जानता हूं कि आप उनका सामना नहीं करना चाहते हैं, लेकिन कम से कम यशवंत सिन्हा जैसे दिग्गज नेता और अरुण शौरी जैसे विद्वान पत्रकार के सवालों का जवाब देने की तो हिम्मत दिखाइए। हालांकि, इंटरव्यू में आप बेहद संयमित नजर आए, लेकिन आपके पूर्व के प्रदर्शन को देखते हुए आप उतने यकीनी नहीं दिखे।’

‘आपने एक भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं किया’: शत्रुघ्न सिन्हा ने अभी तक के कार्यकाल में एक भी प्रेस कांफ्रेंस न करने को लेकर पीएम मोदी को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘अतीत में सभी प्रधानमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस किया, लेकिन सर, आपने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में एक भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं किया। ऐसा क्यों सर? वैसे भी सच्चे पत्रकारों से बात करनी चाहिए ‘सरकारी’ मानसिकता या ‘राग दरबारी’ जैसों से नहीं।’ शत्रुघ्न सिन्हा ने ‘सबका साथ, सबका विकास’, राम जन्मभूमि जैसे मुद्दे होने के बावजूद अन्य लोग हमें (बीजेपी) क्यों छोड़ रहे हैं?
बीजेपी सांसद ने आगे लिखा, ‘नए साल में बिना किसी नाटकीय प्रभाव के साफ, साहसी, ईमानदार और पारदर्शी बनकर सामने आएं। मैंने बेहद विनम्रतापूर्वक आपको (पीएम मोदी) एक दोस्त, भाई, और सहयोगी के तौर पर ये सुझाव दिए हैं।’