सोरम में हिंसा के बाद बोले भाजपा सांसद संजीव बालियान, मस्जिद से हुआ मेरे खिलाफ एकजुट होने का आह्वान
घटना के बाद रालोद नेता जयंत चौधरी ने ट्वीट कर कहा था कि भाजपा नेताओं और किसानों के बीच संघर्ष हुआ है। कई लोग घायल हुए हैं। किसान के पक्ष में बात नहीं होती है तो कम से कम व्यवहार तो अच्छा रखो...

मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र के सोरम गांव में बीजेपी और रालोद कार्यकर्ताओं के बीच हुए झड़प के बाद मंगलवार को केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने आरोप लगाया कि यह घटना विपक्षी दलों की तरफ से की गयी साजिश का परिणाम था। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए मस्जिद से ऐलान किया गया था और लोगों को उकसाया गया था। मेरे खिलाफ एकजुट होने के लिए मस्जिद से घोषणाएं की गयी थी। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के परिवार वालों ने मेरे साथ भैंसवाल में दुर्व्यवहार किया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि इस साजिश में राष्ट्रीय लोक दल के बड़े नेताओं का भी हाथ था।
गौरतलब है कि मेरठ से सटे मुजफ्फरनगर जिले के सोरम गांव में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का कुछ लोगों ने विरोध किया था। जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता और विरोध कर रहे लोग आपस में भिड़ गए थे। घटना में कुछ लोग घायल भी हो गए थे। मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि घटना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत परेशान हूं। दिल्ली में बैठकर मुजफ्फरनगर पर राजनीति की गयी है। कुछ लोग दिल्ली में बैठकर लोगों की भावना भड़काना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग 26 जनवरी को लाल किले पर मौजूद थे वही लोग सोरम में भी मौजूद थे।
जयंत चौधरी ने किया था ट्वीट: घटना के बाद रालोद नेता जयंत चौधरी ने ट्वीट कर कहा था कि भाजपा नेताओं और किसानों के बीच संघर्ष हुआ है। कई लोग घायल हुए हैं। किसान के पक्ष में बात नहीं होती है तो कम से कम व्यवहार तो अच्छा रखो…किसान की इज्जत तो करो। इन कानूनों के फायदे बताने जा रहे सरकार के नुमाइंदों की गुंडागर्दी बर्दाश्त करेंगे गांववाले?
संजीव बालियान ने किया था पलटवार: जयंत चौधरी के ट्वीट पर पलटवार करते हुए संजीव बालियान ने ट्वीट किया था कि स्थानीय लोगों ने रालोद नेताओं को मारपीट कर भगा दिया। उन्होंने लिखा था कि आज सोरम में स्वर्गीय राजबीर सिंह जी की शोकसभा एवं रस्म पगड़ी में शामिल हुआ,इस दौरान लोकदल के 5-6 नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बदतमीजी तथा गाली गलौज की।जिस पर स्थानीय निवासियों ने उन्हें ऐसा करने को मना किया तथा वहां से भगा दिया।
नरेश टिकैत ने भी बहिष्कार का किया था ऐलान: नरेश टिकैत ने बीबीनगर में आयोजित एक किसान महापंचायत में भी केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला था। टिकैत ने कहा था कि उन्होंने विकास में पूरा सहयोग दिया। लेकिन अब सरकार उन्ही लोगों की बात नहीं सुन रही है। उन्होंने जोर देकर कहा था कि बीजेपी की नीति खतरनाक है। सरकार तानाशाही का रवैया अपना रही है। साथ ही एक अन्य जगह उन्होंने कहा था कि उनके किसान यूनियन के लोग बीजेपी वालों को शादी का न्यौता ना दें।