जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में फीस बढ़ोतरी और नए हॉस्टल नियमों को लेकर मचा बवाल अभी शांत होता नहीं दिख रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अब इस पूरे मामले पर अपना बयान दिया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि ‘ ये छात्र यहां पढ़ाई करने कभी नहीं आते…इन सभी को डिग्री आसानी से मिल जाती है…थिसिस लिख कर वो पीएचईडी भी कर जाते हैं….मेरा ये शुरू से कहना रहा है कि जेएनयू में कैंसर जड़ों तक पहुंच चुका है इसकी सर्जरी जरूरी है…इसका मतबल यह है कि यूनिवर्सिटी को बंद किया जाए और इसे साफ किया जाए…और फिर विश्वविद्यालय की फीस को दिल्ली यूनिवर्सिटी या दूसरे अन्य विश्वविद्यालयों की तरह किया जाए।’
आपको याद दिला दें कि जेएनयू के मुद्दे पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कुछ दिनों पहले भी अपने एक बयान में कहा था कि ’35 साल वाले भी अभी तक बैचलर की डिग्री ले रहे हैं…JNU के हॉस्टल सरकार द्वारा बहुत ज्यादा रियायती होते हैं। इसके अलावा JNU को वित्त मिलता है वो देश की अन्य किसी यूनिवर्सिटी से अधिक होता है इसके बावजूद सबसे ज्यादा राजद्रोही तैयार करता है। हमें हर एक छात्र का बायोडाटा निकालकर JNU को बंद करना चाहिए और सभी की जानकरी जुटाना चाहिए कि कौन यहां शोध या पढ़ाई कर रहा है?’
Cancer is very deep in JNU & surgery is necessary: @Swamy39, Rajya Sabha MP tells TIMES NOW over the JNU students’ protest. pic.twitter.com/z35TEgWbSG
— TIMES NOW (@TimesNow) November 19, 2019
आपको बता दें कि 10 दिनों से ज्यादा गुजर गए हैं लेकिन जेएनयू विवाद अभी तक शांत नहीं हुआ है। अपनी मांगों को लेकर छात्र संसद से लेकर सड़क तक हंगामा कर रहे हैं। बीते सोमवार (18-11-2019) को विश्वविद्यालय के छात्रों ने जेएनयू परिसर से संसद तक मार्च निकालने की कोशिश की।
विश्वविद्यालय के छात्र, हॉस्टल के शुल्क में वृद्धि और शिक्षा के निजीकरण के खिलाफ हाथों में तख्तियां लेकर सड़कों पर उतरे थे। रास्ते में भारी पुलिस बल ने छात्रों को रोकने की कोशिश की लेकिन छात्र किसी तरह जोर बाग मेट्रो स्टेशन तक पहुंच गए थे और फिर इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था।
पुलिस की लाठियों से कई विद्यार्थी जख्मी हो गए थे। कई लहूलुहान छात्रों की तस्वीरें और वीडियो भी सामने आई थीं। बाद में इन छात्रों ने धरना भी दिया था। हालांकि पुलिस ने छात्रों पर बल प्रयोग की बातों से इनकार कर दिया है।

